
कोलकाता, 10 जून।भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में की गई सैन्य कार्रवाई के समर्थन में पश्चिम बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव लाया जा रहा है। इस प्रस्ताव के तहत भारतीय सेना के पराक्रम को लेकर विधानसभा में चर्चा होगी। विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी इस प्रस्ताव को सदन में पेश करेंगे और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वयं इस प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेंगी।
तृणमूल कांग्रेस की ओर से बताया गया है कि इस संवेदनशील मुद्दे पर वक्ताओं की सूची बेहद सतर्कता से तैयार की गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शीर्ष नेतृत्व की ओर से स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कोई भी ऐसा वक्ता न हो जिसकी बातों से अनावश्यक विवाद खड़ा हो सकता है। इसी वजह से वक्ताओं की सूची में राज्य के विभिन्न जिलों से आए विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों को जगह दी गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस चर्चा में सबसे अधिक समय दिया जाएगा। उनके अलावा राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु, वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और वन मंत्री बिरबाहा हांसदा भी चर्चा में भाग लेंगे।
इस सूची में मंत्रियों के अलावा बागदा की विधायक मधुपर्णा ठाकुर को भी शामिल किया गया है, जो मतुआ समुदाय और बनगांव के ठाकुर परिवार से आती हैं। इसके अलावा इटाहार से विधायक मोशरफ हुसैन, जो अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, भी इस प्रस्ताव पर बोलेंगे।
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन तो किया है, लेकिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना भी की है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं जैसे मंत्री उदयन गुहा और विधायक नरेन चक्रवर्ती ने प्रधानमंत्री का नाम लिए बिना इस सैन्य कार्रवाई के राजनीतिकरण पर सवाल उठाए थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से अपनी असहमति जता चुकी हैं। ऐसे में पार्टी की रणनीति है कि विधानसभा में इस विषय पर चर्चा के दौरान कोई नया विवाद न खड़ा हो।
वहीं भाजपा की ओर से भी अपने वक्ताओं की सूची तैयार की जा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी, मुख्य सचेतक शंकर घोष, बालुरघाट से विधायक और अर्थशास्त्री अशोक लाहिड़ी तथा आसनसोल दक्षिण से विधायक अग्निमित्रा पॉल इस चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं।
विधानसभा में इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए मंगलवार को दो घंटे का समय निर्धारित किया गया है।