जलपाईगुड़ी, 13 अक्टूबर। कुछ ही दिनों के भीतर एक बार फिर उत्तर बंगाल की आपदा प्रभावित इलाकों के दौरे पर पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को नागराकाटा में आपदा में मारे गए लोगों के परिवारों के एक-एक सदस्य को होमगार्ड पद पर नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे। साथ ही प्रत्येक मृतक परिवार को पांच लाख की आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि जिन लोगों के दस्तावेज़ आपदा में नष्ट हो गए हैं, राज्य सरकार उनकी डुप्लिकेट दस्तावेज़ तैयार कराएगी।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आपदा के अगले ही दिन उत्तर बंगाल पहुंचीं थीं। उन्होंने राहत शिविरों का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और क्षतिग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया था। उस समय उन्होंने वादा किया था कि वह कुछ दिनों के भीतर फिर उत्तर बंगाल आएंगी। रविवार को उन्होंने हसीमारा और आसपास के कई इलाकों का दौरा किया और सोमवार को नागराकाटा में राहत सामग्री अपने हाथों से वितरित की।

ममता बनर्जी ने कहा कि जिन लोगों के घर आपदा में ढह गए हैं, उन्हें जल्द ही पुनर्निर्मित घर उपलब्ध कराए जाएंगे।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि आपदा में कई परिवारों के महत्वपूर्ण दस्तावेज़ नष्ट हो गए हैं, जिसके चलते राज्य सरकार ने विशेष कैम्प शुरू किए हैं जहां लोगों के दस्तावेज़ों की नई प्रतियां तैयार की जाएंगी।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने फिर से भूटान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि इंडो-भूटान रिवर कमीशन बनाया जाए। इस स्थिति के लिए भूटान का पानी ज़िम्मेदार है, उन्हें मुआवज़ा देना चाहिए।”