
कोलकाता, 28 जुलाई । पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि ममता सरकार ने राज्य में 17 लाख अवैध घुसपैठियों को नागरिकता का दस्तावेज दिया है। उन्होंने राज्य में निर्वाचन आयोग से विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) की मांग करते हुए कहा है कि 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें मतदाता सूची से बाहर किया जाना चाहिए।
उत्तर 24 परगना जिले में भाजपा की ‘नारी सुरक्षा यात्रा’ में हिस्सा लेते हुए अधिकारी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार ने करीब 17 लाख घुसपैठियों को फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराए ताकि उन्हें ‘वोट बैंक’ के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने दावा किया, एसआईआर के जरिए यह स्पष्ट हो जाएगा कि तृणमूल कांग्रेस ने अब तक चुनाव कैसे जीते हैं। अगला विधानसभा चुनाव ममता बनर्जी की विदाई का कारण बनेगा।
शुभेंदु ने यह भी ऐलान किया कि भाजपा 9 अगस्त को होने वाले ‘नवान्न अभियान’ का समर्थन करेगी। यह अभियान आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की एक चिकित्सक के बलात्कार और हत्या के एक साल पूरे होने पर न्याय की मांग को लेकर आयोजित किया जा रहा है।
शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही हैं। कहा कि मुख्यमंत्री ने बीरभूम में राज्य संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए एक रैली आयोजित की, ताकि लोगों को गुमराह किया जा सके, लेकिन उस रैली में भीड़ नहीं जुट सकी। ममता बनर्जी अब हताश हो चुकी हैं। उन्हें सत्ता से बेदखली का पूर्वाभास हो गया है।
एक समय ममता बनर्जी के करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अब राज्य के बेरोजगार शिक्षकों और आंदोलित सरकारी कर्मचारियों की मांगों पर भी ध्यान नहीं दे रहीं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, जब प्रदर्शनकारी सड़कों पर बैठे थे, तब मुख्यमंत्री कहीं और व्यस्त थीं। —————–