कोलकाता, 12 मार्च । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को केंद्र सरकार ने उनके लंदन दौरे की अनुमति दे दी है। वह 21 मार्च को दुबई होते हुए लंदन रवाना होंगी और वहां सात दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगी। उनके इस दौरे में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में भाषण देने के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण औद्योगिक बैठक भी शामिल है, जहां वह पश्चिम बंगाल में निवेश को लेकर उद्योगपतियों और व्यापार प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगी।

ममता बनर्जी को प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से आमंत्रण मिला है, जहां वह छात्रों और शोधकर्ताओं को संबोधित करेंगी। अपने भाषण में वह पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक महत्व और पर्यटन को लेकर चर्चा कर सकती हैं। इसके अलावा, वह राज्य में महिलाओं के उत्थान के लिए चलाई जा रही ‘कन्याश्री’ जैसी योजनाओं की भी जानकारी देंगी।

लंदन में होने वाली औद्योगिक बैठक में ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की निवेश नीतियों को सामने रखेंगी। नवान्न सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में मुख्यमंत्री राज्य में उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल, सरकार की नीतियों और नए अवसरों पर चर्चा करेंगी। उनका उद्देश्य ब्रिटेन के उद्योगपतियों को बंगाल में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना है।

पश्चिम बंगाल और ब्रिटेन के संबंधों को मजबूत करने पर जोर

ममता बनर्जी का यह दौरा सिर्फ निवेश तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पश्चिम बंगाल और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने पर भी केंद्रित रहेगा। कोलकाता और लंदन का अतीत में गहरा व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध रहा है, जिसे मुख्यमंत्री फिर से नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहती हैं।

इससे पहले, फरवरी में पश्चिम बंगाल में दो दिवसीय ‘वर्ल्ड बंगाल बिजनेस समिट’ का आयोजन हुआ था, जिसे उद्योग जगत ने सफल माना था। अब ममता बनर्जी लंदन में उस सफलता को आगे बढ़ाने और राज्य में अधिक निवेश आकर्षित करने की कोशिश करेंगी।

ममता बनर्जी 29 मार्च को कोलकाता लौटेंगी। उनके इस दौरे को आगामी 2026 के विधानसभा चुनावों की रणनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है, जहां वह राज्य में आर्थिक विकास और निवेश बढ़ाने की अपनी नीति को जनता के सामने रख सकती हैं।