
कोलकाता, 01 नवंबर।
पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) की प्रक्रिया आगामी मंगलवार से शुरू हो रही है। उसी दिन से बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर जाकर एन्यूमरेशन फॉर्म भरने का कार्य शुरू करेंगे। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस ने उसी दिन कोलकाता में बड़े विरोध मार्च की घोषणा की है, जिसमें पार्टी की मुखिया ममता बनर्जी और राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी शामिल होंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, मंगलवार दोपहर 1:30 बजे रेड रोड स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने कोलकाता और आसपास के जिलों से तृणमूल कार्यकर्ताओं को जुटने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद 2:30 बजे से मार्च की शुरुआत होगी, जो जोरासांको ठाकुरबाड़ी, यानी गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के घर तक जाएगी। मार्च की शुरुआत और समापन स्थल से साफ है कि एसआईआर को लेकर अपनी आपत्ति जताते हुए तृणमूल संवैधानिक मूल्यों और बंगाल की सांस्कृतिक पहचान को साथ जोड़कर संदेश देना चाहती है।
अभिषेक बनर्जी की योजना मूल रूप से दो नवंबर को कोलकाता में केंद्र विरोधी सभा करने की थी, लेकिन उसी दिन शहीद मीनार परिसर में अन्य कार्यक्रम होने के कारण अनुमति नहीं मिल पाई। अब नवंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में वह सभा आयोजित करने की तैयारी है, हालांकि तारीख अभी तय नहीं है। लेकिन एसआईआर के पहले दिन को राजनीतिक तौर पर नहीं गंवाना चाहती तृणमूल, इसलिए उसी दिन नेतृत्व ने सड़क पर उतरने का फैसला किया है।
यही नहीं, मंगलवार को ही उत्तर 24 परगना के आगरपाड़ा में विपक्ष के नेता शुभेन्दु धिकारी भी एसआईआर के जरिये “घुसपैठियों को हटाने” की मांग को लेकर रैली करेंगे। उल्लेखनीय है कि इसी आगरपाड़ा में हाल ही में ‘एनआरसी की आशंका’ से आत्महत्या करने वाले प्रदीप कर के परिवार से मुलाकात कर अभिषेक ने बीते गुरुवार को रैली निकाली थी।
अब उसी दिन — जब शुभेंदु उत्तर 24 परगना में विरोध रैली करेंगे — कोलकाता की सड़कों पर ममता और अभिषेक एसआईआर का प्रतिवाद करने उतरेंगे।






