
नई दिल्ली, 28 जून । कोलकाता के लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ सामूहिक गैंगरेप की घटना पर भारतीय जनता पार्टी ने तृणमूल सरकार को घेरते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है। भाजपा ने आरोप लगाया कि कलकत्ता लॉ कॉलेज सामूहिक दुष्कर्म का मुख्य आरोपी टीएमसी से संबंधित है।
भाजपा मुख्यालय में शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता में प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने कहा कि इस भयावह घटना से पूरा देश दुखी है। यह दुखद है कि बंगाल में महिलाओं के खिलाफ इस तरह के जघन्य अपराध बार-बार सामने आ रहे हैं- ऐसा राज्य जहां एक महिला मुख्यमंत्री हैं। यहां महिलाओं के साथ इतनी क्रूरता क्यों है? ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल के लोगों से माफी मांगनी चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए।
संबित पात्रा ने कहा कि यौन उत्पीड़न की पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि तीनों आरोपियों ने 25 जून को शाम 7:30 बजे से 10:50 बजे के बीच कॉलेज परिसर में अपराध को अंजाम दिया।
जो मुख्य आरोपी है, जिसका नाम मोनोजीत मिश्रा है, जो टीएमसी की स्टूडेंट विंग का सेक्रेटरी रहा है, उस कॉलेज के पूर्व छात्र रहा है, खुद टीएमसी का सदस्य है।
बंगाल में जो रहा है उसको लेकर हम सब बहुत पीड़ा में हैं।
बंगाल में महिलाओं के साथ इस प्रकार के क्रूर व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। ममता बनर्जी को इस्तीफा देना चाहिए।
उन्होंने पीड़िता की शिकायत को बताते हुए कहा कि आरोपितों में से एक ने पीड़िता से शादी करने के लिए भी कहा था। जब उसने इनकार कर दिया, तो उन्होंने क्रूरता से अपराध किया। यह भयावह घटना कॉलेज के गार्ड रूम के अंदर हुई। गार्डों को परिसर छोड़ने का निर्देश दिया गया था। दुख की बात यह है कि गार्ड पास में ही मौजूद थे, फिर भी अपराध हुआ। क्रूरता का स्तर अकल्पनीय है। पीड़िता को हॉकी स्टिक से बेरहमी से पीटा गया। मारपीट के दौरान जब उसे अस्थमा का दौरा पड़ा, तो उसने अपने इनहेलर के लिए गुहार लगाई और अस्पताल ले जाने की भीख मांगी- लेकिन वह बुनियादी दया भी नहीं दी गई। टीएमसी के इन गुंडों द्वारा किए गए अत्याचार राजनीतिक संरक्षण में व्याप्त अराजकता और क्रूरता की गहराई को दर्शाते हैं।
उन्होंने कहा कि कोलकाता की इस घटना पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी की शर्मनाक टिप्पणी सत्तारूढ़ पार्टी की चौंकाने वाली मानसिकता को दर्शाती है। कल्याण बनर्जी ने कहा कि अगर कोई दोस्त ही दोस्त का बलात्कार करे तो क्या किया जा सकता है?” क्या कॉलेज राज्य के अधिकार क्षेत्र से बाहर है? या पश्चिम बंगाल में कानून और व्यवस्था का नामोनिशान ही नहीं है?