कोलकाता, 02 सितंबर। उत्तर–पूर्व बंगोपसागर में म्यांमार तटवर्ती क्षेत्र में बने चक्रवातीय परिसंचरण के मंगलवार को निम्न दबाव में तब्दील होने की संभावना है। इसके प्रभाव से राज्य के लगभग सभी जिलों में बारिश तेज होगी। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि समुद्र उफान पर रहेगा और 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। सुरक्षा के तौर पर मछुआरों के समुद्र में जाने पर रोक लगाई गई है।

इस मानसून सीजन में निम्न दबाव के मामले ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले 43 दिनों में 13 बार निम्न दबाव बनने की स्थिति बनी है। सोमवार रात दक्षिण बंगाल के अधिकांश जिलों में गरज–चमक के साथ बारिश हुई। कई जगहों पर प्रति मिनट 12 से 14 बार बिजली गिरने की घटनाएं दर्ज की गई है।

मंगलवार को कोलकाता, हावड़ा, हुगली, नदिया, उत्तर 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर व झाड़ग्राम सहित दक्षिण बंगाल के लगभग सभी जिलों में गरज–चमक के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान है। सबसे अधिक वर्षा दक्षिण 24 परगना जिले में होने की संभावना है, जहां ‘अति भारी बारिश’ की चेतावनी जारी की गई है।बुधवार तक यह स्थिति बनी रहेगी, जबकि गुरुवार सुबह के बाद निम्न दबाव पश्चिम की ओर झारखंड की दिशा में खिसकने लगेगा, जिससे बारिश में कमी आएगी।

वहीं, उत्तर बंगाल के किसी भी जिले में इस समय भारी बारिश की आशंका नहीं है। हालांकि, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और मालदह में कहीं–कहीं भारी बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा और गरज–चमक के आसार बने रहेंगे।

सोमवार रात को कोलकाता में 40 मिमी बारिश दर्ज हुई, जिसमें सबसे ज्यादा वर्षा दक्षिण 24 परगना से सटे इलाकों में हुई। कल रात न्यूनतम तापमान 27 डिग्री से गिरकर 25.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बारिश और बादलों की वजह से मंगलवार को कोलकाता का अधिकतम तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।