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मुंबई, 13 जनवरी । केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने सोमवार को पुणे में मेगा “उद्यमिता विकास सम्मेलन” में 545 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 40 पशुधन परियोजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य इस क्षेत्र में बदलाव लाना है। पुणे में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग की ओर से आयोजित महाराष्ट्र में मेगा उद्यमिता विकास सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने आज किया।
इस कार्यक्रम का विषय “उद्यमियों को सशक्त बनाना- पशुधन अर्थव्यवस्थाओं में बदलाव” है। इस सम्मेलन का उद्देश्य पशुधन क्षेत्र की अपार संभावनाओं को उजागर करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए नीति निर्माताओं, महासंघों, सहकारी समितियों, उद्योग संघों, उद्यमियों और वित्तीय संस्थानों को एक साथ लाना है। इसका उद्येश्य हितधारकों के लिए चुनौतियों का समाधान करने, नवीन समाधानों को साझा करने और क्षेत्र में विकास को गति देने के लिए स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए है। 29,110.25 करोड़ रुपये के पर्याप्त परिव्यय के साथ पशुपालन अवसंरचना विकास कोष (एएचआईडीएफ) और 2,300 करोड़ रुपये के साथ राष्ट्रीय पशुधन मिशन (एनएलएम) जैसी प्रमुख सरकारी योजनाओं को समावेशी विकास के अवसरों को उजागर करने के लिए प्रदर्शित किया गया। यह पहल ग्रामीण किसानों और छोटे उद्यमों को सशक्त बनाने के लिए तैयार की गई हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि क्षेत्र का विकास राष्ट्रीय प्रगति में योगदान दें।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय पशुधन मिशन – उद्यमिता विकास कार्यक्रम (एनएलएम-ईडीपी) डैशबोर्ड का उद्घाटन किया गया, जो जनता को परियोजना की जानकारी का एक संगठित सारांश प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, एएचआईडीएफ और एनएलएम-ईडीपी के तहत समर्थित 545.04 करोड़ रुपये की 40 परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया। अद्यतन राष्ट्रीय पशुधन मिशन परिचालन दिशानिर्देश 2.0 और सफलता की कहानियों का संकलन भी लॉन्च किया गया। इस सम्मेलन में महत्वपूर्ण विषयों पर पैनल चर्चाएँ शामिल हैं, जिनमें “पशुधन क्षेत्र में विकास को गति देना-उद्यमिता, प्रसंस्करण और अवसर” और “पशुधन क्षेत्र और ऋण सुविधा में बैंकों और एमएसएमई की भूमिका” शामिल हैं। इन चर्चाओं में सरकारी अधिकारियों, उद्योग जगत के नेताओं, बैंकों, सहकारी समितियों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी जा रही है।
इस अवसर पर मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और जॉर्ज कुरियन के साथ-साथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और पशुपालन मंत्री पंकजा गोपीनाथ मुंडे उपस्थित थीं।