रांची, 28 मई। शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार आईएएस अधिकारी विनय चौबे और गजेंद्र सिंह से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम दो दिनों तक गहन पूछताछ कर सकेगी। रिमांड की अवधि 29 मई, गुरुवार सुबह 10:00 बजे से शुरू होगी, जो 31 मई, शनिवार को सुबह 10:00 बजे समाप्त हो जाएगी। उसके बाद दोनों आरोपियों को एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे संबंधित एसीबी की याचिका पर सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने विनय चौबे और गजेंद्र सिंह से पूछताछ के लिए दो दिनों की रिमांड देने का फैसला सुनाया। एसीबी ने इनसे पूछताछ के लिए सात दिनों की पुलिस रिमांड अदालत से मांगी थी।

दरअसल, 20 मई को विनय चौबे और तत्कालीन संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह को करीब 38 करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले में एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था। छत्तीसगढ़ में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद रांची एसीबी ने मामले में वर्ष 2024 में प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी। आरोप सही पाए जाने पर मामले में विजिलेंस ने क्रम संख्या 9/2025 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 में नई उत्पाद नीति बनी थी। यह छत्तीसगढ़ के मॉडल के तर्ज पर बनाई गई थी। राज्य में छत्तीसगढ़ के सिंडिकेट हावी थे। थोक शराब की बिक्री पर छत्तीसगढ़ के सिंडिकेट का कब्जा था। लाभ पहुंचाने के लिए देसी और विदेशी शराब का ठेका किसी खास सिंडिकेट को दिया गया था, जिसके एवज में अधिकारियों को मोटी कमीशन लेते थे। इससे झारखंड सरकार को करीब 38 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। मामले में अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है।