
हुगली, 09 मई । जिले के श्रीरामपुर स्थित महेश जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर पुरी के जगन्नाथ धाम की तरह ही नीले रंग का एक चक्र स्थापित किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार, यह निर्णय पुरी स्थित मंदिर के अनुरूप उठाया जा रहा है। चक्र बनाने का काम पूरा हो चुका है।
पुरी के मुख्य जगन्नाथ मंदिर के शीर्ष पर स्थित गोलाकार चक्र को नील चक्र कहा जाता है। और इसे भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जैसे-जैसे दिन भर आकाश में सूर्य की स्थिति बदलती है, नीले चक्र का रंग भी बदलता है! सुबह-सुबह सूर्योदय के समय यह सफेद दिखाई देता है। जैसे-जैसे दिन बढ़ता है, सूर्य की रोशनी तीव्र होती जाती है। उस समय – यानि सुबह से दोपहर के बीच, यह धीरे-धीरे हल्के नीले रंग से गहरे नीले रंग में बदल जाता है। और जब सूरज डूबेगा तो यह बैंगनी दिखाई देगा।
महेश जगन्नाथ जेयू ट्रस्टी बोर्ड के सचिव पियाल अधिकारी के अनुसार गुरुवार को ही बोर्ड के सदस्य नीले चक्रों के साथ महेश के लिए पुरी से रवाना हो चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि आठ तत्वों का उपयोग करके कुल चार नीले चक्र बनाए गए हैं। इनका निर्माण पुरी में पूरा हुआ। इनमें से एक को महेश मंदिर के शीर्ष पर स्थापित किया जाएगा। बाकी को नाट मंदिर में स्थापित किया जाएगा। नीले चक्रों की स्थापना की प्रक्रिया धार्मिक कार्यक्रमों के अनुसार, शीघ्र ही एक ‘शुभ दिन’ पर स्थापित किया जाएगा।
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