अलीपुरद्वार, 21 फरवरी । आतंक का पर्याय बन चुकी मादा तेंदुआ दो सप्ताह के अंतराल के बाद वन विभाग के पिंजरे में कैद हुई है। जिससे स्थानीय निवासियों ने थोड़ी सी राहत की सांस ली है। बुधवार सुबह निवासियों ने बंद पड़े दलसिंगपारा चाय बागान के सेक्शन-6 में पिंजरे में बंद तेंदुए को देखा। जिसके बाद इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना पाकर नीलपाड़ा रेंज के वनकर्मी मौके पर पहुंची और तेंदुए को बरामद कर जलदापाड़ा ले गए।

स्थानीय निवासियों का मानना है कि बंद पड़े चाय बागान में अभी कई और तेंदुए है जो इलाके में देखे जाते है। जिससे इलाके में हमेशा डर बना रहता है। दूसरी तरफ, वन विभाग के नीलपाड़ा रेंज के बीट अधिकारी रूपेश मोती ने कहा कि लंबे समय से बंद होने के कारण दलसिंगपारा चाय बागान में जंगल पनप गया है। और यह जंगल तेंदुए के लिए आदर्श आवास स्थल बनता जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी टीम की नजर हमेशा उक्त बंद चाय बागान में बनी रहती है। कुछ दिन पहले भी बागान से एक तेंदुए को पकड़ा जा चुका है।