
पूर्वी सिंहभूम, 6 जुलाई । तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के अध्यक्ष सरदार सूरज सिंह नलवा ने जमशेदपुर में आपसी विवाद छोड़ कर पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना की दिशा में ठोस कदम उठाने की सलाह दी है। रविवार को साकची गुरुद्वारा साहिब में आयोजित बैठक में उन्होंने पांच सदस्यीय समिति गठित करने की बात कही, जो इस परियोजना को जल्द मूर्त रूप देगी। उन्होंने कहा, “हमें लड़ाई-चढ़ाई की जगह पढ़ाई की बात करनी चाहिए। शिक्षा ही हमारे समुदाय को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
बैठक में बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष और तख्त पटना साहिब प्रबंधन कमेटी के उपप्रधान सरदार लखविंदर सिंह लक्खा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल शामिल था। प्रतिनिधिमंडल में सरदार सूरज सिंह नलवा, नवजीत सिंह (सचिव, सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पूर्वी भारत), तजिंदर सिंह (संयुक्त सचिव) और परमीत सिंह बग्गा (कानूनी सलाहकार) शामिल थे। सभी ने साकची गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका और दर्शन किए। बैठक में प्रधान निशान सिंह के नेतृत्व में चल रहे विकास कार्यों की सराहना की गई और हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया गया।
सिख समुदाय में हो रहे आंतरिक विवादों पर भी चर्चा हुई। लक्खा ने कहा कि हमें आपसी मतभेद भुलाकर समुदाय के विकास के लिए एकजुट होना चाहिए। बैठक में महासचिव शमशेर सिंह सोनी, सतनाम सिंह सिद्धू, सतबीर सिंह सोमू, रविन्द्र सिंह रिंकू सहि कई पदाधिकारी मौजूद थे। प्रतिनिधिमंडल का शॉल भेंटकर भव्य स्वागत किया गया।
इससे पूर्व प्रतिनिधियों ने पटना साहिब के महासचिव इंद्रजीत सिंह के आवास पहुंचकर उनकी माता के निधन पर शोक व्यक्त किया। नौजवान सभा के पूर्व अध्यक्ष सतबीर सिंह सोमू ने संगत से अपील की कि जो भी संगठन या व्यक्ति प्रतिनिधिमंडल से मिलना चाहता है, वह सरदार लखविंदर सिंह लक्खा से संपर्क करें। पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना की यह पहल जमशेदपुर के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकती है।