कोलकाता, 9 अगस्त । पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य को शुक्रवार को उनके आखिरी विदाई देने के लिए सैकड़ों लोग सीपीआई (एम) के राज्य मुख्यालय में जुटे। 80 वर्ष की आयु में गुरुवार को उनके निवास पर निधन हो गया था।

बुद्धदेव भट्टाचार्य को उनकी कम्युनिस्ट विचारधारा के प्रति समर्पण और राज्य में औद्योगीकरण के लिए उनके व्यावहारिक दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को पार्टी के लाल झंडे में लपेटा गया था और वह फूलों से घिरा हुआ था।

मुख्यालय के बाहर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। शोक में डूबे लोग, कुछ की आंखों में आंसू थे तो कुछ लाल सलाम के नारे लगा रहे थे। उनके समर्थक, जिनमें वरिष्ठ पार्टी सदस्य से लेकर युवा कार्यकर्ता तक शामिल थे, ने भट्टाचार्य को श्रद्धांजलि दी।

भट्टाचार्य को उनके कार्यकाल के दौरान राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और औद्योगिक विकास में सुधार के लिए जाना जाएगा। उनकी उद्योग समर्थक नीतियों ने पश्चिम बंगाल में महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाए थे, हालांकि अंततः इन्हीं नीतियों ने वाम मोर्चा सरकार के 34 वर्षों के शासन के पतन की भूमिका भी निभाई थी।

उनके समर्थकों ने उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में याद किया, जिन्होंने राज्य की प्रगति के लिए एक मजबूत आधारशिला रखी थी।