
नई दिल्ली, 2 जुलाई । गणतंत्र दिवस के अवसर पर घोषित किए जाने वाले प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन और सिफारिशें आमंत्रित की गई हैं। ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया 15 मार्च से शुरू हो चुकी है। इच्छुक नागरिक 31 जुलाई 2025 तक अपना नामांकन या सिफारिश राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल के माध्यम से कर सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
मंत्रालय के अनुसार, नामांकन के साथ एक संक्षिप्त विवरण और अधिकतम 800 शब्दों का विवरणात्मक उद्धरण देना आवश्यक है, जिसमें नामांकित व्यक्ति की प्रभावशाली उपलब्धियों या सेवा का स्पष्ट उल्लेख हो। नामांकन प्रक्रिया, दिशा-निर्देश और अन्य विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट तथा पद्म पुरस्कार पोर्टल पर उपलब्ध हैं।
पद्म पुरस्कार (पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री) देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में गिने जाते हैं। वर्ष 1954 में आरंभ किए गए ये पुरस्कार हर वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर घोषित किए जाते हैं। इनका उद्देश्य कला, साहित्य, शिक्षा, चिकित्सा, विज्ञान, समाज सेवा, खेल, इंजीनियरी, सिविल सेवा, उद्योग आदि क्षेत्रों में विशिष्ट और असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करना है।
वर्तमान सरकार ने पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने का संकल्प लिया है। इसके तहत अब कोई भी नागरिक किसी योग्य व्यक्ति को नामांकित कर सकता है, यहां तक कि स्वयं का नामांकन भी किया जा सकता है। खासकर महिलाओं, वंचित वर्गों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, दिव्यांगजनों तथा समाज के लिए निःस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों को प्रमुखता देने की अपील की गई है। हालांकि सरकारी सेवकों को यह पुरस्कार नहीं दिया जाता, लेकिन चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को इस नियम से छूट प्राप्त है। सार्वजनिक क्षेत्र में कार्यरत शेष सरकारी कर्मचारियों को पुरस्कार के लिए पात्र नहीं माना गया है।