सिलीगुड़ी, 06 जुलाई । उत्तर बंगाल में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। पहाड़ों पर इस तरह की बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग के क्षतिग्रस्त होने से मुसीबत खड़ी हो गई है। शनिवार को एक बार फिर कर्सियांग महकमा के अंतर्गत पगला झोरा में एनएच-110 पर भूस्खलन हुआ है। फिलहाल, मलबा हटाने और यातायात बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

इस बीच, कालिमपोंग और सिक्किम के बीच भूस्खलन होने के कारण यातायात कई दिनों से बंद है। दार्जिलिंग में भी कई जगहों पर भूस्खलन के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। लगातार बारिश के कारण दार्जिलिंग रेलवे स्टेशन और लेबॉन्ग कार्ट रोड के पास भूस्खलन हुआ है। हिलकार्ट रोड पर पागलाझोरा और महानदी क्षेत्र में भी सड़क में दरार पाई गई हैं, जिससे इस सड़क के भी टूटने का खतरा बना हुआ है।

लगातार बारिश के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इसके अलावा पहाड़ों में भूस्खलन भी बढ़ रहा है। सड़क टूटने से राष्ट्रीय राजमार्ग-10 कई दिनों से बंद है। सेवक से तीस्ता बाजार तक कम से कम 10 जगह सड़कें ध्वस्त हो गई है। काली झोड़ा, गेलखोला, बिरिकदरा, 29 माइल, लोहा पुल सड़क ध्वस्त हो गयी है। कुछ दिन पहले बिरिकदरा में तीस्ता नदी में आधी सड़क बह गई थी। वहां संबंधित विभाग पहाड़ को काटकर सड़क बनाने का काम कर रहा था। इस बीच सड़क का बचा हुआ आधा हिस्सा भी कल ध्वस्त हो गया। परिणामस्वरूप विभाग को पहाड़ को काटने और पूरी सड़क बनाने में काफी समय लगेगा।

ऐसे में कुछ वाहन कालिम्पोंग सहित लावा, गोरुबथान होते हुए सिलीगुड़ी की ओर जा रहे हैं। इसके अलावा, कालीझोरा से एनएचपीसी के बिजली उत्पादन संयंत्र के माध्यम से पोंबू, रेलिकोला के माध्यम से कालिम्पोंग के बीच वाहन चल रहे हैं। हालांकि, सड़क की संकीर्णता के कारण इस मार्ग पर केवल छोटे यात्री वाहनों की अनुमति है। दूसरी ओर, कलिम्पोंग से तीस्ता बाजार, पेशोक रोड से दार्जिलिंग तक की सड़क आधिकारिक तौर पर बंद है। हालांकि, इस दिन कुछ यात्री वाहन जोखिम उठाकर चल रहे थे।

मेल्ली और रंगपो के बीच ताजा भूस्खलन के कारण सिक्किम के साथ सड़क संपर्क भी बाधित हो गया है। यात्री बस, छोटे वाहन मेल्ली, कालिम्पोंग, लावा, गोरुबथान से होकर चल रहे हैं। सिक्किम की यात्रा के लिए बनाया गए राष्ट्रीय राजमार्ग 717 पर भी भूस्खलन हुआ है। 9 माइल जहां राष्ट्रीय राजमार्ग- 717 जुड़ता है, वहां भी भूस्खलन के कारण सड़क भी बंद है।

मौसम विभाग ने रविवार तक उत्तर बंगाल और सिक्किम में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। परिणामस्वरूप, पहाड़ पर आपदा बढ़ने का खतरा अब भी बना हुआ है।