विजयवाड़ा, 31 अगस्त । आंध्र प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में शुक्रवार से लगातार हो रही तेज बारिश के बीच तीन स्थानों पर हुए भूस्खलन में चार लोगों की मौत हो गयी जबकि 9 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने राज्यभर में बाढ़ जैसे हालात की समीक्षा की और अधिकारियों को राहत एवं बचाव के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए।

राजस्व विभाग के अधिकारियों के मुताबिक विजयवाड़ा के चूना भट्ठा केंद्र में भूस्खलन से एक मकान धराशायी हो गया। इसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। तेज बारिश के कारण हुए भूस्खलन में विजयवाड़ा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में दो जगहों पर मकान ढह गए। मौके पर बचाव कार्य जारी है। कर्मचारी दो जेसीबी से मलबा हटा रहे हैं। मलबे में नौ लोग फंस गए थे। उन्हें निकाल कर अस्पताल ले जाया गया, जिसमें से चार की मौत हो गई। बाकी लोग सुरक्षित हैं।

मुख्यमंत्री ने अमरावती के सचिवालय में बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात और राज्य भर तेज बारिश को लेकर राजस्व पुलिस और अन्य विभागों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर हालात की समीक्षा की। राज्यभर में शिक्षण संस्थानों को अगले आदेश तक बंद रखने का निर्णय लिया गया। इस बीच दक्षिण मध्य रेलवे विजयवाड़ा ने अगले 3 दिनों तक विजयवाड़ा से होकर गुजरने वाले 20 से अधिक पैसेंजर रेल गाड़ियों को रद्द कर दिया है।

तेज बारिश के कारण विजयवाड़ा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में कई मकान ढह गए हैं। शहर जलमग्न हो गया है और कई जिलों के बीच यातायात ठप हो गया है। उधर विजयवाड़ा पूर्व विधानसभा क्षेत्र के विधायक गड्डे राममोहन ने घटनास्थल का जायजा लिया। इस घटना में एक घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि तीन अन्य घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि जब वे मलबा हटाने के प्रयास में थे उसी दौरान एक बार फिर भूस्खलन हुआ। इस दौरान गंभीर रूप से घायल 5 लोगों को अस्पताल ले जाया गया।

मुख्यमंत्री नायडू के बेटे और सरकार के मंत्री नारा लोकेश ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी है। लोकेश ने एक्स पोस्ट में कहा कि जानमाल के नुकसान से बचने के लिए सतर्क रहें, बहुत जरूरत पड़ने पर ही घर से निकलें। उन्होंने टीडीपी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को बाढ़ प्रभावित इलाकों में पूरा सहयोग देने को कहा गया है।