
कोलकाता, 05 जुलाई । पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर दल-बदल की अटकलें तेज हो गई हैं। रायगंज से तृणमूल कांग्रेस के विधायक कृष्ण कल्याणी को लेकर सोशल मीडिया पर एक प्रोफाइल वायरल होने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वह फिर से भारतीय जनता पार्टी में लौट सकते हैं? हालांकि खुद विधायक ने इन अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए सफाई दी है कि यह प्रोफाइल फर्जी है और इसके पीछे साजिश है।
वायरल प्रोफाइल में कृष्ण कल्याणी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा के साथ तस्वीरें साझा की गई थीं। साथ ही उसमें लिखा गया था— “मेरा परिवार, भाजपा परिवार”। इस प्रोफाइल के सामने आते ही जिले की राजनीति में हलचल मच गई और चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
लेकिन इन अटकलों पर विराम लगाते हुए कृष्ण कल्याणी ने साफ किया कि वायरल हुआ प्रोफाइल पूरी तरह फेक है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बदनाम करने की साजिश के तहत यह तस्वीरें और संदेश पोस्ट किए गए हैं। विधायक ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में रायगंज जिले के पुलिस अधीक्षक को सूचित कर दिया है और साइबर थाना में भी शिकायत दर्ज करवाई गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह साजिश किसने और किस उद्देश्य से की, इसकी जांच चल रही है। साथ ही उन्होंने यह संभावना भी खारिज नहीं की कि इस पूरे प्रकरण में भाजपा या अन्य विपक्षी शक्तियों की भूमिका हो सकती है।
गौरतलब है कि कृष्ण कल्याणी वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर रायगंज सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। लेकिन बाद में उन्होंने भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था और तृणमूल की ओर से लोकसभा उपचुनाव में भी उम्मीदवार बने थे, हालांकि वह चुनाव जीत नहीं सके। इसके बाद हुए उपचुनाव में वह दोबारा रायगंज से विधायक चुने गए।
अब एक बार फिर ‘फेक प्रोफाइल’ के जरिए उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन उन्होंने इसे अफवाह करार देते हुए स्पष्ट किया है कि उनकी भाजपा में वापसी की कोई योजना नहीं है।