कोलकाता, 16 जून । कोलकाता के प्रतिष्ठित संतोष मित्र स्क्वायर दुर्गा पूजा पंडाल में इस वर्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ थीम के तहत आयोजन किया जाएगा। यह पूजा भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में किए गए हालिया सीमा पार सैन्य अभियान को समर्पित होगी। इस पंडाल का आयोजन कोलकाता नगर निगम के वार्ड 50 के पार्षद और भाजपा नेता सजल घोष द्वारा किया जा रहा है।

घोष ने सोशल मीडिया के ज़रिए इस वर्ष की थीम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी संतोष मित्र स्क्वायर सर्वजनिन दुर्गोत्सव समिति राज्य सरकार से मिलने वाली वार्षिक आर्थिक सहायता को स्वीकार नहीं करेगी। घोष ने इस सहायता को “जनता के धन का दुरुपयोग” बताते हुए कहा कि जब राज्य सरकार मूलभूत नागरिक सेवाओं के लिए संघर्ष कर रही हो, तब इस प्रकार की मदद गैर-ज़रूरी है।

पिछले वर्ष भी कई अन्य पूजा समितियों ने यह आर्थिक सहायता ठुकरा दी थी। उस समय आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना तथा प्रशासन द्वारा कथित रूप से मामले को दबाने की कोशिशों को लेकर जनता में भारी आक्रोश देखा गया था।

संतोष मित्र स्क्वायर दुर्गा पूजा को राज्य की उन गिनी-चुनी बड़ी पूजा समितियों में शुमार किया जाता है, जिनका नियंत्रण सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के हाथ में नहीं है। यह राज्य की एकमात्र प्रमुख पूजा है जिसका नेतृत्व भाजपा नेता कर रहे हैं, और यह आकार और दर्शकों की भीड़ के मामले में तृणमूल समर्थित आयोजनों को टक्कर देती है।

वर्ष 2023 में यहां की थीम अयोध्या स्थित राम मंदिर थी, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए थे।

इस वर्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को थीम बनाए जाने से राजनीतिक विवाद भी खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल में इस नाम को “राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित” बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर “सिंदूर का बाज़ारीकरण” करने का आरोप लगाया।

इसके जवाब में भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री पर पाकिस्तानी नैरेटिव दोहराने का आरोप लगाया है।