कोलकाता, 8 अक्टूबर । पश्चिम बंगाल में पूजा से ठीक पहले चिकित्सा सेवाओं पर संकट के बादल गहराते जा रहे हैं। सोमवार देर रात ‘ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स’ ने नए कार्यक्रम की घोषणा की, जिसके तहत अब वरिष्ठ डॉक्टर भी जूनियर डॉक्टरों के साथ 12 घंटे की रिले भूख हड़ताल करेंगे। संगठन ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे हर दिन सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक अनशन करेंगे। जूनियर डॉक्टरों का अनशन पहले ही धर्मतला में चल रहा है और अब वरिष्ठ डॉक्टरों का साथ मिल जाने से यह आंदोलन और भी मजबूत हो गया है।
संगठन ने मंगलवार को अपने बयान में कहा, “हम सात अक्टूबर से अनशन शुरू कर रहे हैं और जब तक सरकार हमारी मांगों का सकारात्मक समाधान नहीं निकालती, हम प्रतिदिन 12 घंटे का रिले अनशन करेंगे।” राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टरों ने भी 12 घंटे का प्रतीकात्मक अनशन किया। इसके बाद कोलकाता में एक रैली निकाली जाएगी जिसमें सभी आंदोलनकारी शामिल होंगे।
धर्मतला में जूनियर डॉक्टरों का अनशन 10 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा है। सोमवार को कुछ वरिष्ठ डॉक्टरों ने भी इस अनशन में शामिल होने का निर्णय लिया, जिनमें सभी आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व छात्र हैं। रात में ‘ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स’ ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, “हम भी इस आंदोलन का हिस्सा बनने को मजबूर हैं।”
डॉक्टरों का आरोप है कि सरकार उनके आंदोलन पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा रही है, बल्कि पुलिस की ज्यादतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति में संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो यह आंदोलन और व्यापक हो जाएगा और इसका असर राज्य भर की चिकित्सा सेवाओं पर पड़ेगा।
वरिष्ठ डॉक्टरों के इस कदम से पूजा के दौरान चिकित्सा सेवाओं पर गहरा असर पड़ने की संभावना है, जिससे सबसे अधिक परेशानी गरीबों और जरूरतमंद मरीजों को हो सकती है।