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कोलकाता, 03 दिसंबर। कोलकाता पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किए गए अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिये सलीम मतब्बर के संभावित आतंकवादी संपर्क को लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सलीम के मोबाइल फोन की तलाश की जा रही है, जो उसकी गिरफ्तारी के वक्त गायब था। उसका मोबाइल फोन कई महत्वपूर्ण जानकारियों का खुलासा कर सकता है, जिनसे सलीम के संपर्कों और संभावित आतंकवादी गतिविधियों का पता चल सकता है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि सलीम मतब्बर करीब दो साल पहले भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर अवैध रूप से भारत आया था। सबसे पहले उसने उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव क्षेत्र में रहना शुरू किया। इसके बाद नदिया जिले के एक स्थानीय एजेंट की मदद से उसने फर्जी आधार कार्ड और भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया। इन दस्तावेजों में उसने अपना नाम रवि शर्मा और पता राजस्थान का दिया।
इन फर्जी भारतीय पहचान पत्रों के जरिए सलीम ने कोलकाता के पार्क स्ट्रीट इलाके में स्थित एक होटल में नौकरी हासिल कर ली। पार्क स्ट्रीट क्षेत्र में काम करने के पीछे उसकी मंशा पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इस इलाके में कई ऐसे होटल हैं जहां बांग्लादेशी नागरिक वैध वीजा पर आकर ठहरते हैं।
जांचकर्ताओं को जानकारी मिली है कि भारत में प्रवेश करने के बाद सलीम का संबंध बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) से रहा है। इसके अलावा, पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि भारत में नौकरी मिलने से पहले सलीम अपने खर्चे कैसे चला रहा था। अधिकारियों का मानना है कि इतने लंबे समय तक पश्चिम बंगाल में छिपकर रहना एक मजबूत स्थानीय नेटवर्क के बिना संभव नहीं हो सकता।
सलीम के लापता मोबाइल फोन की तलाश जारी है। पुलिस का मानना है कि इस फोन में उसके संपर्कों और गतिविधियों से जुड़ी अहम जानकारी हो सकती है, जिससे यह पता लगाया जा सकेगा कि सलीम के आतंकवादी संगठनों से संबंध थे या नहीं। कोलकाता पुलिस इस मामले में गहराई से जांच कर रही है और संभावित आतंकवादी संपर्क के खुलासे के लिए हर पहलू की छानबीन कर रही है।