
कोलकाता, 3 मई । कोलकाता मेट्रो रेल प्रशासन को हावड़ा मैदान से सेक्टर 5 तक के ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के अधूरे हिस्से को शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की मंजूरी का इंतजार है। अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
करीब 16.6 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर में एस्प्लानेड से सियालदह के बीच का सेक्शन अभी अधूरा है। इस हिस्से में बार-बार जल रिसाव के चलते जमीन धंसने की घटनाओं के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई। वर्तमान में कॉरिडोर के दोनों सिरों पर यानी सॉल्ट लेक सेक्टर 5 से सियालदह और हावड़ा मैदान से एस्प्लानेड तक मेट्रो सेवाएं चालू हैं। हावड़ा मैदान से एस्प्लानेड वाला सेक्शन हावड़ा रेलवे स्टेशन को कोलकाता से जोड़ता है।
करीब 2.6 किलोमीटर लंबे एस्प्लानेड-सियालदह सेक्शन के शुरू होते ही हावड़ा मैदान से सॉल्ट लेक सेक्टर-5 तक पूरे कॉरिडोर पर मेट्रो सेवाएं सुचारू रूप से शुरू हो जाएंगी। यह कॉरिडोर मुख्य रूप से भूमिगत है और हुगली नदी के नीचे से भी गुजरता है।
हाल ही में रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने अधूरे सेक्शन में मेट्रो चलाने की अनुमति दे दी है। एक अधिकारी ने बताया कि अगर पीएमओ से अंतिम मंजूरी मिल जाती है, तो अगले दो महीनों में पूरे रूट पर मेट्रो संचालन शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “फिलहाल निर्णय पीएमओ के हाथ में है और हम उनकी मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।”
वर्तमान में कुछ आवश्यक कार्य दिशा-निर्देशों के तहत पूरे किए जा रहे हैं और अग्निशमन विभाग से ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ मिलने का इंतजार है। एक वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी ने कहा, “यह एक सामान्य प्रक्रिया है। हम कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन और मेट्रो रेलवे कोलकाता के साथ समन्वय में हैं।”
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना का क्रियान्वयन कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (केएमआरसी) कर रही है। सीआरएस सुमीत सिंघल ने 28 अप्रैल को एस्प्लानेड-सियालदह सेक्शन का गहन निरीक्षण करने के बाद मंजूरी दी थी।