गुप्तकाशी, 5 नवंबर। भगवान श्रीकेदारनाथ की पंचमुखी डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ मंगलवार काे दोपहर बाद शीतकालीन गद्दीस्थल श्रीओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंच गई। यहां श्रद्धालुओं ने पंचमुखी डोली का भव्य स्वागत किया और बाबा केदारनाथ की डोली के दर्शन किए। अगले छह माह तक बाबा केदारनाथ के दर्शन अब इसी श्रीओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होंगे और यहीं उनकी पूजा भी हाेगी।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डाॅ. हरीश गौड़ ने बताया कि गत 3 नवंबर भैयादूज के दिन केदारनाथ धाम मंदिर के कपाट बंद हुए थे। 4 नवंबर को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली रामपुर से प्रस्थान कर शाम को श्रीविश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची। मंगलवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली श्रीविश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रातः नाै बजे चली और दोपहर बाद श्रीओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंची। डोली यात्रा काे पूरे मार्ग पर गुप्तकाशी बाजार, विद्यापीठ, कुंड, संसारी, ऊखीमठ मंदिर मार्ग पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया। बाबा केदारनाथ की डोली
के आगमन पर ओंकारेश्वर मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया। ओंकारेश्वर मंदिर पर बाबा केदारनाथ की डोली का भव्य स्वागत हुआ।
इस अवसर पर बीकेटीसी सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, रणजीत सिंह राणा, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, केदारनाथ मंदिर प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रधान पुजारी शिवशंकर लिंग, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, धर्मेंद्र तिवारी, अरविंद शुक्ला, कुलदीप धर्म्वाण, प्रेम सिंह रावत, बीरेश्वर भट्ट, अभिरतन धर्म्वाण, अनूप तिवारी, रणवीर पुष्पवान, आचार्य संजय तिवारी, वेदप्रकाश त्रिवेदी, प्रकाश शुक्ला, हिमांशु बर्त्वाल समेत भारी संख्या में श्रद्धालु माैजूद थे।
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि शीतकालीन गद्दीस्थल पर पहुंचने के बाद यहां भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजा शुरू हाे गई है। बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने भी भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने पर शुभकामनाएं दी।
श्रीतुंगनाथ की उत्सव डोली भनकुन पहुंची
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डाॅ. गौड़ ने बताया कि तुंगनाथ मंदिर के कपाट गत 4 नवंबर को बंद हुए और श्रीतुंगनाथ की उत्सव डोली ने सोमवार को चोपता में प्रवास किया। मंगलवार काे उत्सव डोली चोपता से भनकुन पहुंची, जहां 6 नवंबर तक प्रवास करेगी। 7 नवंबर को पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्रीमर्केटेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी। इसी के साथ श्रीमर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में शीतकालीन पूजा शुरू हो जाएगी। इस अवसर पर मठापति रामप्रसाद मैठाणी, डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित, प्रबंधक बलबीर नेगी, चंद्र मोहन बजवाल, पुजारी विनोद मैठाणी, प्रकाश मैठाणी रविंद्र मैठाणी आदि मौजूद थे।