नई दिल्ली, 3 जनवरी । विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेन्द्र जैन ने बुधवार को कहा है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राम जन्म भूमि आंदोलन के समय दर्ज किये गए झूठे मुकदमों को पुनर्जीवित करने का षडयंत्र रच रही है।
30-35 वर्ष पुराने मामलों को, जिनमें अनेक आरोपित व्यक्तियों की मृत्यु भी हो चुकी है और अधिकांश की आयु 70 से 80 वर्ष के बीच में है, उन्हें फंसाया जा रहा है। क्योंकि वे मामले झूठे थे, कुछ सरकारों ने बाद में वापस भी लिए। आज उनको दोबारा से पुनर्जीवित कर के उन कार्यकर्ताओं को, जो जीवित बचे हैं, दोबारा से गिरफ्तार किया जा रहा है। इन सब कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर के कांग्रेस सरकार आखिर क्या सिद्ध करना चाहती है।
जैन ने कहा कि उस समय 10 हजार से अधिक झूठे मामले दर्ज किए गए थे। क्या वो उन सब को पुर्नजीवित कर, कर्नाटक के हिंदू समाज में भय का माहौल पैदा करना चाहती हैं? क्या यही कांग्रेस का असली चेहरा है? एक ओर कांग्रेसी प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को प्राप्त करने के लिए लालायित हो रहे है और वहीं, दूसरी ओर हिंदू कार्यकर्ताओं पर इस तरह से अत्याचार कर रहे है। मुझे लगता है कि यही कांग्रेस का असली चेहरा है।
जैन ने आगे कहा कि जिस समय 1949 में राम लला का विग्रह प्रकट हुआ था, उस समय भी पंडित जवाहरलाल नेहरू और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उस मूर्ति को जबरन हटाने की कोशिश की थी।