हुगली, 17 अप्रैल । वर्ष 2021 में माता सीता के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर सुर्खियों में आए श्रीरामपुर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार कल्याण बनर्जी को इस बार माता सीता की याद आई। इस बार कल्याण बनर्जी ने माता सीता का अपमान नहीं किया, बल्कि उन्होंने मिलजुलकर रामनवमी का उत्सव मनाने की बात कही।

कल्याण बनर्जी ने कहा कि श्री राम के साथ माता सीता का भी नाम लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ”रामजी ने माता सीता के लिए इतनी बड़ी लड़ाई लड़ी थी। इसलिए हमें माता सीता का नाम भी लेना चाहिए। हमें जय सीता राम कहना चाहिए। सीता के बिना राम अधूरे हैं।”

श्रीरामपुर लोकसभा सीट के कल्याण बनर्जी के प्रतिद्वंदी और भाजपा उम्मीदवार कबीर शंकर बोस ने लोकसभा चुनाव से पहले कल्याण बनर्जी के मन में उमड़े राम सीता के प्रति प्रेम पर कटाक्ष किया। बुधवार सुबह कबीर ने कहा, ”अब कल्याण बनर्जी को भी समझ में आ गया है कि श्री राम के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। लोग श्री राम के साथ हैं। इसलिए तृणमूल उम्मीदवार हिंदू मतदाताओं को लुभाने के लिए इस प्रकार की बातें कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति की है। तृणमूल उम्मीदवार अपने आप को सेकुलर कहते हैं लेकिन याद रखना होगा कि इन्होंने ही देवी सीता का अपमान किया था। यह वही व्यक्ति हैं जिनके सामने जब कोई श्री राम का नाम लेता है तो वह नाराज हो जाते हैं। जनता भी यह कर रही है कि जो राम को लाए थे हम उनको लाएंगे। सिर्फ नरेंद्र मोदी नहीं श्री राम के लिए लड़ाई लड़ी थी। इसलिए लोग नरेंद्र मोदी के साथ हैं। लोगों का आशीर्वाद नरेंद्र मोदी के साथ है। तृणमूल उम्मीदवार का चुनाव के समय श्री राम और माता सीता के प्रति उमड़ा हुआ प्रेम वोट बैंक की राजनीति है, और कुछ नहीं।”

दरअसल, चांपदानी में अपने चुनाव प्रचार के दौरान मंगलवार को कल्याण बनर्जी ने कहा, ”मुझे जय श्री राम से कोई दिक्कत नहीं है। मैं भी श्री राम की पूजा करता हूं। भाजपा के लोग श्री राम की पूजा नहीं करते वह सिर्फ नारे लगाते हैं। अपने-अपने तरीके से रामनवमी मनाएं। रामनवमी एक उत्सव है। धर्म अपना-अपना होता है लेकिन उत्सव सबका होता है। हमलोग दुर्गापूजा मिलजुलकर मनाते हैं। ईद मिलजुलकर मनाते हैं। इसलिए हमलोग रामनवमी भी मिलजुलकर मनाएंगे। मैं भी शामिल होऊंगा।”

कल्याण बनर्जी ने कहा, ”भाजपा अशांति फैलाना चाहती है। आज सुबह से मैं देख रहा हूं कि इलाके में सिर्फ तृणमूल ही तृणमूल है, भाजपा कहीं भी नहीं है। इसलिए वे लोग रामनवमी के दौरान दंगा भड़काना चाहते हैं। मिलजुलकर रामनवमी मनाएं और भाजपा के षड्यंत्र को असफल करें।”

कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा के कुछ स्थानीय नेता दंगे भड़काने के लिए पैसे खर्च कर रहे हैं।