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अश्विनी वैष्णव ने कालूपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों की समीक्षा की
अहमदाबाद, 1 मार्च । अहमदाबाद का कालूपुर रेलवे स्टेशन एक हेरिटेज लुक वाला रेलवे स्टेशन बनेगा जो शहर की पहचान को दर्शाता है। यह राज्य का सबसे बड़ा और विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनने जा रहा है।रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को अहमदाबाद में कालूपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों की समीक्षा की।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कालूपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के बारे में कहा कि इसे पूरा होने की समय सीमा चार वर्ष है लेकिन इसे मात्र साढ़े तीन वर्ष में पूरा करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा इसलिए काम में तेजी के साथ गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने के लिए आधुनिक एवं संरचनात्मक डिजाइन प्रौद्योगिकी का उपयोग किया गया है। रेलवे स्टेशन के बेसमेंट का काम चल रहा है, जिसमें एक के बाद एक मंजिलें बनाई जा रही हैं। रेलवे स्टेशन को जहां शहर की पहचान बनाना है, वहीं सड़कों को भी एलिवेटेड कॉरिडोर की तरह बनाया जाना है। जब कालूपुर रेलवे स्टेशन का निर्माण पूरा हो जाएगा तो एलिवेटेड रोड के कारण लोगों को बेहतर सड़कों तक दोगुनी पहुंच प्राप्त होगी।
उन्होंने बताया कि कालूपुर रेलवे स्टेशन में ही बुलेट ट्रेन को शामिल किया गया है, जिससे लोगों को आने-जाने में काफी आसानी होगी। इस रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के साथ-साथ मेट्रो ट्रेनें और अन्य परिवहन सेवाएं भी उपलब्ध होंगी, जिससे यात्री शहर में किसी भी स्थान पर जाना चाहे तो परिवहन के माध्यम से आसानी से पहुंच सकेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि जो रेलवे स्टेशन बनाया जाए, वह उस स्थान की पहचान वाला होना चाहिए, इसलिए अहमदाबाद के रेलवे स्टेशन में ऐसा डिजाइन तैयार किया गया है, जो गुजरात की संस्कृति की पहचान को दर्शाता है। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भी इसकी समीक्षा की गई। गहन विचार-विमर्श के बाद रेलवे स्टेशन के वास्तुशिल्प डिजाइन में बदलाव किया गया है। रेलवे स्टेशन के गेट को तोरण जैसा और हेरिटेज लुक देने के लिए डिजाइन किया गया है। कालूपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म डिजाइन में भी कुछ बदलाव किए गए हैं।
रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की समय-सीमा के बारे में उन्होंने कहा कि कई परियोजनाओं में सात से आठ साल लगते हैं, लेकिन कालूपुर रेलवे स्टेशन महज चार साल में बनकर तैयार हो जाएगा। इसे लेकर बहुत तेजी से काम चल रहा है।
बुलेट ट्रेन को लेकर उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन का 360 किलोमीटर का काम लगभग पूरा हो चुका है। महाराष्ट्र में तत्कालीन ठाकरे सरकार द्वारा अनुमति नहीं दी गई, जिसके कारण डेढ़ साल तक काम नहीं हो सका। जो डेढ़ साल बर्बाद हो गए थे, अब उन पर तेजी से काम हो रहा है। महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन का परिचालन बहुत अच्छा चल रहा है। समुद्र के नीचे रेलवे सुरंग पर दो किलोमीटर का काम लगभग पूरा हो चुका है।
गुजरात में रेलवे विभाग को केंद्र सरकार द्वारा दिए गए बजट के बारे में उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, तब गुजरात को 500 करोड़ रुपये से 700 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया जाता था, लेकिन इस वर्ष केंद्र सरकार द्वारा 17,000 करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटित किया गया है। विद्युतीकरण का कार्य लगभग 97 प्रतिशत पूरा हो चुका है। अगले एक महीने में 100 प्रतिशत कार्य पूरा हो जाएगा। गुजरात में नये रेलवे स्टेशन, बुलेट ट्रेन, नई रेलगाड़ियां आदि सहित बुनियादी ढांचे में करोड़ों रुपये का निवेश भी किया गया है।
दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के दाहोद में रेलवे इंजन निर्माण कारखाने की आधारशिला रखी थी। अगले महीने यह फैक्ट्री बनकर तैयार हो जाएगी। एक बहुत ही आधुनिक रेलवे इंजन बनाया गया है। एक इंजन बनाया गया है जो कंप्यूटर में डेटा संग्रह केंद्र के रूप में कार्य करता है। फैक्ट्री लगभग बनकर तैयार है और इसका उद्घाटन अगले महीने प्रधानमंत्री से समय लेकर किया जाएगा। जहां हाई-स्पीड ट्रेनें चलती हैं वहां 100 मीटर का पुल भी बनाया गया है, जिसमें केवल एक ही स्पान रखा गया है। पुल भी बनकर तैयार हो गया है।