कोलकाता, 7 जुलाई । पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के कालीगंज में बम धमाके में मारी गई 10 वर्षीय तमन्ना खातून के परिजनों से राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की सदस्य अर्चना मजूमदार ने सोमवार को मुलाकात की। यह हादसा 23 जून को हुआ था जब कालीगंज विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत के जश्न के दौरान कथित तौर पर बम विस्फोट किया गया।

मृतका के परिजनों से मिलने पहुंचीं अर्चना मजूमदार ने मृतक बच्ची की मां से बंद कमरे में बातचीत कर आधिकारिक रूप से उनका बयान दर्ज किया। मुलाकात के दौरान तमन्ना की मां फूट-फूटकर रो पड़ीं और एनसीडब्ल्यू प्रतिनिधि को बताया कि किस तरह स्थानीय असामाजिक तत्वों ने बम फेंककर उनकी बेटी की जान ले ली।

परिवार ने आरोप लगाया है कि हमला राजनीतिक बदले की भावना से किया गया क्योंकि वे माकपा समर्थक हैं और उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी को समर्थन देने से इनकार कर दिया था।

एनसीडब्ल्यू सदस्य कृष्णनगर पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात करेंगी और जांच की प्रगति को लेकर जानकारी लेंगी। साथ ही वह शांतिपुर भी जाएंगी जहां एक अन्य लड़की की कथित तौर पर सार्वजनिक अपमान के बाद आत्महत्या करने की घटना सामने आई है। उस मामले की भी जांच एनसीडब्ल्यू कर रही है।

बम धमाके में दर्ज हुई एफआईआर में 24 लोगों को नामजद किया गया है, लेकिन अब तक केवल 9 लोगों को ही गिरफ्तार किया गया है। पीड़ित परिवार ने कलकत्ता हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विकास भट्टाचार्य से मुलाकात की और पुलिस जांच की धीमी रफ्तार पर चिंता जताते हुए कानूनी हस्तक्षेप की मांग की। ——