कोलकाता, 17 अगस्त । पश्चिम बंगाल के पूर्व खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को शनिवार को प्रेसिडेंसी जेल से कोलकाता के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मल्लिक की स्वास्थ्य जांच के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परीक्षणों के बाद दोपहर तक उन्हें वापस जेल भेज दिया गया। मल्लिक वर्तमान में राशन घोटाला मामले में जेल में बंद हैं।

अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, ज्योतिप्रिय मल्लिक का रेडियो एक्टिव रेनोग्राम परीक्षण किया गया, और कुछ अन्य स्वास्थ्य परीक्षणों के बाद उन्हें जेल वापस ले जाया गया। मल्लिक लंबे समय से बीमार चल रहे हैं और उन्हें डायबिटीज़ और उच्च रक्तचाप की समस्या है। पिछले 16 जुलाई को हाई कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान, उनके वकील ने अदालत में कहा कि जेल में रहते हुए मल्लिक का वजन कम हो गया है और उन्हें किडनी से संबंधित समस्याएं भी हैं। इसी आधार पर उनके वकील ने उनकी जमानत की मांग की थी, लेकिन अदालत ने जमानत याचिका को खारिज कर दिया था।

जुलाई महीने के अंत में भी मल्लिक को जेल में सीने में दर्द की शिकायत हुई थी, जिसके बाद उन्हें एसएसकेएम अस्पताल के कार्डियोलॉजी आपातकालीन विभाग में ले जाया गया था। वहां उनकी कई तरह की जांच की गई थी, लेकिन रिपोर्ट में कोई गंभीर समस्या नहीं पाई गई। इसके बाद उन्हें आवश्यक दवाएं देकर रात में वापस जेल भेज दिया गया था।

गौरतलब है कि राशन घोटाला मामले में पिछले साल अक्टूबर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मल्लिक को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या पाई गई थी। उस समय उन्हें कुछ दिनों तक आईसीयू में रखा गया था। इसके बाद भी मल्लिक कई बार जेल में बीमार हुए। उनके वकील ने हाई कोर्ट और निचली अदालत में बार-बार उनकी बीमारी का हवाला देते हुए जमानत की मांग की, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली।