नई दिल्ली, 14 अगस्त । ग्रे सीमेंट बनाने वाली जेएसडब्ल्यू ग्रुप की सीमेंट कंपनी जेएसडब्ल्यू सीमेंट के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में मामूली बढ़त के साथ एंट्री की। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 147 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी लिस्टिंग 153 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 153.50 रुपये के स्तर पर हुई। इस तरह स्टॉक मार्केट में एंट्री करने के बाद कंपनी के आईपीओ निवेशकों को करीब 4 प्रतिशत का ही लिस्टिंग गेन मिल सका। लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण कंपनी के शेयरों में मामूली गिरावट भी दर्ज की गई। सुबह 10:15 तक कारोबार होने के बाद जेएसडब्ल्यू सीमेंट के शेयर 151.50 रुपये के स्तर पर करोबार कर रहे थे। इस तरह अभी तक कारोबार के बाद कंपनी के आईपीओ निवेशक 3.06 प्रतिशत के मुनाफे में हैं।

जेएसडब्ल्यू सीमेंट का 3,600 करोड़ रुपये का आईपीओ 7 से 11 अगस्त के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 8.22 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 16.71 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 11.60 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.91 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 1,600.00 करोड़ के 10,88,43,537 नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 13,60,54,421 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी राजस्थान के नागौर में एक नया इंटीग्रेटेड सीमेंट यूनिट लगाने, पुराने कर्ज को चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत कमजोर हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 104.04 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में गिर कर 62.01 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इसके बाद 2024-25 में कंपनी 163.77 करोड़ रुपये के घाटे में आ गई। इस दौरान कंपनी के टोटल इनकम में भी उतार-चढ़ाव होता रहा। कंपनी को वित्त वर्ष 2022-23 में 5,982.21 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023-24 में 6,114.60 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में 5,914.67 करोड़ की टोटल इनकम हुई। इस अवधि में कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ता गया। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में कंपनी का कर्ज 5,421.54 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में 5,835.76 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में कंपनी का कर्ज 6,166.55 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।