संविधान दिवस राज्‍यपाल

 रांची, 26 नवंबर । संविधान दिवस के अवसर पर 26 नवंबर को झारखंड के सभी जिलों में शपथ, सामूहिक वाचन, जागरूकता कार्यक्रम, प्रभात फेरी और संगोष्ठियों का आयोजन किया गया। राज्यपाल से लेकर मंत्री, उपायुक्त, न्यायालय, पुलिस विभाग, विश्वविद्यालय और विभिन्न सरकारी कार्यालयों ने संविधान के प्रति निष्ठा दोहराई।

संविधान राष्ट्र की प्रगति, सामाजिक न्याय और जनकल्याण का मार्गदर्शक : राज्यपाल

पश्चिमी सिंहभूम । पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) स्थित कोल्हान विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान संविधान दिवस के अवसर पर उद्देशिका का सामूहिक वाचन कराने के बाद झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि भारत का संविधान केवल विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक दस्तावेज ही नहीं, बल्कि राष्ट्र की प्रगति, सामाजिक न्याय और जनकल्याण का मार्गदर्शक भी है।

उन्होंने कहा कि संविधान के मूल आदर्शों को आत्मसात कर ही एक सशक्त, समतामूलक और विकसित भारत का निर्माण संभव है। संविधान के आदर्शों से ही सशक्त भारत बनेगा। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से अपील की कि वे संविधान द्वारा प्रदत्त मूल्यों— न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व—को अपने जीवन और व्यवहार में अपनाते हुए राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।

दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, प्राध्यापक, उपाधिधारक विद्यार्थी, शोधार्थी, आमंत्रित अतिथि और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

संविधान राष्ट्र की एकता और लोकतंत्र की आत्मा : शिल्पी तिर्की

रांची, । कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने पशुपालन निदेशालय में आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम में अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन किया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर और भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए हुई।

समारोह को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि भारत का संविधान केवल कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि राष्ट्र की एकता और लोकतंत्र की आत्मा है। उन्होंने कहा कि संविधान हमें अधिकारों के साथ कर्तव्यों के निर्वहन का संदेश देता है।

मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और भाईचारा भारतीय संविधान की मूल भावना है, जिसे समझना और अपनाना हर नागरिक का दायित्व है।

उन्होंने संविधान दिवस पर राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने की अपील की और कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर का योगदान भारत कभी नहीं भूल सकता।

कार्यक्रम में विभागीय अधिकारियों और कर्मियों ने संविधान के मूल्यों की रक्षा करने का संकल्प लिया। समारोह में निदेशालय के अधिकारी, कर्मचारी और पदाधिकारी उत्साहपूर्वक शामिल हुए।

डीसी और एसपी कार्यालय में भारतीय संविधान के प्रस्तावना का हुआ पाठ

रामगढ़  :-  संविधान दिवस के मौके पर रामगढ़ जिले में संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया। समाहरणालय और एसपी कार्यालय में अधिकारियों ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया।

समाहरणालय सभाकक्ष में डीडीसी आशीष अग्रवाल के नेतृत्व में अपर समाहर्ता कुमारी गीतांजलि सहित जिले के पदाधिकारियों एवं कर्मियों की ओर से विधान के प्रस्तावना पढ़ी। एसपी कार्यालय में डीएसपी हेडक्वार्टर चंदन वत्स के द्वारा और सभी थाना, ओपी में पदस्थापित पदाधिकारी एवं कर्मियों के के जरिए संविधान के प्रस्तावना का पाठ कर शपथ ग्रहण किया गया।

 

खूंटी : संविधान दिवस पर न्यायालय परिसर में शपथ और प्रभात फेरी का आयोजन

खूंटी।  संविधान दिवस के अवसर पर व्यवहार न्यायालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डीएलएसए अध्यक्ष राकेश कुमार मिश्रा ने की। इस अवसर पर भारत के संविधान की प्रस्तावना एवं उद्देशिका का सामूहिक पठन कराया गया तथा उपस्थित सभी लोगों को संवैधानिक मूल्यों की शपथ दिलाई गई।

इसके बाद न्यायालय परिसर से प्रभात फेरी भी निकाली गई। इसी क्रम में स्वामी श्रद्धानंद, सेंट पब्लिक सेवा आश्रम डी.ए.वी. स्कूल, खूंटी में भी संविधान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए डीएलएसए के एलएडीसी निखिल कुमार मेहता ने कहा कि 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसका उद्देश्य नागरिकों में संवैधानिक आदर्शों — न्याय, समानता एवं भाईचारे — के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने विद्यार्थियों को लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के अभूतपूर्व योगदान को याद किया गया।

कार्यक्रम में जिला न्यायालय के सभी न्यायिक पदाधिकारी, कर्मचारी, बार एसोसिएशन के अधिवक्ता, डीएलएसए खूंटी से जुड़े पीएलबी, डी.ए.वी. स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।  उपरोक्त जानकारी डीएलएसए सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने दी।

संविधान हमारे अधिकारों, कर्तव्यों और लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार : उपायुक्त

खूंटी। संविधान दिवस के अवसर पर बुधवार को खूंटी के समाहरणालय परिसर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उपायुक्त आर. रॉनिटा के नेतृत्व में सभी पदाधिकारियों और कर्मियों ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना सामूहिक रूप से पढ़ी। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों ने संविधान की मूल भावना, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और राष्ट्र के प्रति निष्ठा बनाए रखने का संकल्प दोहराया।

उपायुक्त आर. रॉनिटा ने अपने संबोधन में संविधान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान हमारे लोकतंत्र की आधारशिला है, जो समानता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व जैसे मूल अधिकारों की गारंटी देता है। उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक और सरकारी अधिकारी के रूप में संविधान के आदर्शों को व्यवहार में उतारना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है।

उन्होंने कहा कि हमारे दैनिक कार्यों, नीतिगत निर्णयों और सरकारी दायित्वों के केंद्र में संविधान के आदर्श होने चाहिए। एक जिम्मेदार अधिकारी तथा नागरिक होने के नाते संविधान के प्रति सम्मान और इसके सिद्धांतों का पालन करना हमारी मूल जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी कर्मियों से कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भावना के साथ कार्य करने की अपील की।

संविधान दिवस पर जिले और प्रखंड स्तर के सभी सरकारी कार्यालयों में भी एक साथ संविधान प्रस्तावना का वाचन किया गया, जिससे सरकारी कर्मचारियों में संवैधानिक जागरूकता और उत्तरदायित्व की भावना को और मजबूत बनाया जा सके।

कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त आलोक कुमार, परियोजना निदेशक आईटीडीए आलोक शिकारी कच्छप, अपर समाहर्ता परमेश्वर मुंडा, जिला पंचायतीराज पदाधिकारी डॉ. शिशिर कुमार सिंह, डीसीएलआर अरविंद कुमार, सिविल सर्जन डॉ. नागेश्वर मांझी सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

टाटानगर रेलवे में एसपी ने दिलाई शपथ

पूर्वी सिंहभूम जिले में संविधान दिवस गर्व और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे परिसर में भी एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय संविधान के प्रति निष्ठा और प्रतिबद्धता को दोहराया गया। यह वही ऐतिहासिक दिन है, जब 26 नवंबर 1949 को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में तैयार किए गए भारतीय संविधान को संविधान सभा ने अंगीकृत किया था।

टाटानगर रेलवे परिसर में आयोजित कार्यक्रम में रेलवे एसपी अजीत कुमार ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संविधान की शपथ दिलाई। उन्होंने सभी को संविधान की मर्यादा का पालन करने, राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखने तथा कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने का संकल्प दिलाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान सिर्फ कानूनों का संकलन नहीं, बल्कि नागरिकों के अधिकारों व कर्तव्यों का संरक्षक और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूत नींव है।

रेलवे एसपी ने सभी से आह्वान किया कि अपने आचरण और कार्यों में संविधान में निहित मूल्यों को सदैव सर्वोपरि रखें।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रेलवे अधिकारी, कर्मचारी और सुरक्षा बलों के जवान मौजूद रहे। सभी ने संविधान के प्रति अपनी निष्ठा तथा राष्ट्र हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का संकल्प दोहराया।

लोहरदगा : संविधान दिवस पर पदाधिकारियों और कर्मियों को दिलायी गई शपथ 

भारतीय संविधान दिवस के मौके पर बुधवार को उपायुक्त डॉ ताराचंद ने समाहरणालय परिसर में सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को संविधान के प्रस्तावना की शपथ दिलाई। यह शपथ कार्यक्रम जिला व प्रखंड के अन्य कार्यालय में भी आयोजित की गयी। इस अवसर पर जिले के तमाम पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

 

पूर्वी सिंहभूम : संविधान दिवस पर समाहरणालय सहित सभी कार्यालयों में हुआ सामूहिक पाठ

पूर्वी सिंहभूम ।  पूर्वी सिंहभूम जिले में बुधवार को संविधान दिवस के अवसर पर समाहरणालय से लेकर सभी सरकारी कार्यालयों में भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ किया गया। समाहरणालय में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, उप विकास आयुक्त नागेन्द्र पासवान, अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद समेत अन्य जिला स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में संविधान की प्रस्तावना का पाठ कर उसके प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण व्यक्त किया।

उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि भारतीय संविधान हमारे लोकतंत्र की बुनियाद है और इसके आदर्शों को व्यवहार में उतारना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व जैसे मूल्यों को दैनिक जीवन में अपनाने पर बल दिया। साथ ही अधिकारियों एवं कर्मियों को कर्तव्यनिष्ठा, पारदर्शिता और सेवा भाव के साथ कार्य करने की प्रेरणादी।

इसी तरह जिले के सभी अनुमंडल और प्रखंड कार्यालयों, विभागीय कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों तथा अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों में भी संविधान दिवस पर प्रस्तावना का पाठ आयोजित किया गया। इस सामूहिक आयोजन के माध्यम से लोकतांत्रिक मूल्यों की सार्थकता और नागरिक कर्तव्यों के पालन का संदेश व्यापक स्तर पर प्रसारित किया गया।