रांची, 16 अगस्त ।  झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री और झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के वरिष्ठ नेता रामदास सोरेन का शुक्रवार देर रात दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वे पिछले 13 दिनों से जीवन रक्षक प्रणाली (लाइफ सपोर्ट) पर थे। लगातार उपचार के बावजूद उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और अंततः 16 अगस्त की रात उन्होंने अंतिम सांस ली।

हादसा और उपचार

2 अगस्त की सुबह वे अपने आवास पर बाथरूम में फिसलकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सिर पर गहरी चोट और ब्रेन हेमरेज होने के बाद उन्हें पहले जमशेदपुर के टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थिति गंभीर होने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अपोलो अस्पताल भेजा गया, जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम लगातार उनका इलाज कर रही थी।

राजनीतिक सफर और योगदान

रामदास सोरेन झारखंड आंदोलन के दौरान सक्रिय रहे और घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए। वे अपनी सादगी और जनसेवा के लिए जाने जाते थे। शिक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता और अधोसंरचना सुधार के लिए कई पहल कीं। उनके निधन से झारखंड की राजनीति और शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति पहुंची है।

श्रद्धांजलि और शोक की लहर

रामदास सोरेन के निधन की खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा — ऐसे छोड़कर नहीं जाना था रामदास दाअंतिम जोहार दा।
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने भी संवेदना व्यक्त की।

पार्थिव शरीर रांची पहुंचा

शनिवार सुबह उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से रांची लाया गया। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर भारी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता, पार्टी पदाधिकारी और आम लोग उपस्थित रहे। वहां से शवयात्रा विधानसभा पहुंची, जहां राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो, वित्त मंत्री राधा कृष्णा किशोर, सांसद महुआ माझी और जोबा मांझी समेत कई नेताओं और अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

झारखंड विधानसभा में दिवंगत सोरेन को श्रद्धांजलि

झारखंड के शिक्षा मंत्री दिवंगत रामदास सोरेन को विधानसभा में श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। शनिवार  सुबह उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली से रांची लाया गया। हवाई अड्डे से से उनके पार्थिव शरीर को विधानसभा ले जाया गया, जहां विधानसभा के सदस्यों ने उन्हें उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने इस मौके पर कहा कि रामदास सोरेन आज हमारे बीच नहीं रहे। उनका असमय चला जाना हम सभी को स्तब्ध करता है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। उनके परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। इस विकट घड़ी में ईश्वर उनके चाहने वालों को सहन शक्ति दें।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन की दुखद सूचना से मर्माहत हूं। उनका निधन प्रदेश की राजनीति एवं समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं शोक संतप्त परिजनों को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति दें।

दिवंगत रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्णा किशोर, पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर, लोकसभा सांसद जोबा मांझी, राजसभा सांसद महुआ माझी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख, मुख्य सचिव अलका तिवारी सहित कई अन्य अधिकारी शामिल रहे।

 राज्यपाल ने दी श्रद्धांजलि

झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने दिवंगत रामदास सोरेन पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि रामदास सोरेन का असामयिक निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने शोकाकुल परिजनों से भेंट कर उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करने के लिए प्रार्थना की।

राजकीय शोक की घोषणा

झारखंड सरकार ने शिक्षा मंत्री के सम्मान में शनिवार को एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की। इस दौरान राज्यभर में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी राजकीय समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।

अंतिम यात्रा

विधानसभा से श्रद्धांजलि अर्पण के बाद उनके पार्थिव शरीर को घाटशिला स्थित पैतृक आवास ले जाया गया, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।