
ओंकार समाचार
सरायकेला, 16 सितंबर। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर पूरे देश में चले प्रतिबंधित मादक पदार्थों के विनष्टीकरण अभियान के तहत मंगलवार को सरायकेला जिले के सिनी मोड़ स्थित आदित्यपुर वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड प्लांट में करीब 2800 किलो मादक पदार्थ नष्ट कर दिए गए। ये पिछले सात महीनों में जब्त किए गए थे।
झारखंड नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड के जोनल डायरेक्टर अभिषेक आनंद के मुताबिक, इस प्रक्रिया में लगभग 300 किलो गांजा, ढाई सौ किलो डोडा और अन्य मादक पदार्थों को जलाकर या वैज्ञानिक पद्धति से समाप्त किया गया। वहीं 25 किलो अफीम को ट्रीटमेंट कर राजकीय अफीम फैक्ट्री, गाजीपुर भेजने की व्यवस्था की गई।
इस मौके पर सरायकेला एसपी मुकेश कुमार लुणायत, सिनी ओपी प्रभारी राजेंद्र कुमार, कंपनी के प्लांट हेड आशीष सिंह समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने इसे नशे के कारोबारियों और तस्करों के खिलाफ एक ठोस कार्रवाई करार दिया।
नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड का मानना है कि यह कार्रवाई सिर्फ मादक पदार्थों को नष्ट करना नहीं है, बल्कि यह युवाओं को नशे के अंधकार से बचाने का संदेश भी है। हर किलो गांजा और हर ग्राम अफीम किसी युवा का जीवन तबाह कर सकता था, लेकिन अब यह खतरा खत्म हो गया।
आदित्यपुर वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड झारखंड का एकमात्र बायो एवं इंडस्ट्रियल वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट है। यहां न केवल ड्रग्स बल्कि अन्य औद्योगिक कचरे का भी सुरक्षित तरीके से निपटान किया जाता है। इसी वजह से यह जगह ड्रग्स विनष्टीकरण के लिए चुनी जाती है। जनवरी महीने के बाद यह दूसरी बार है जब यहां राज्यभर से बरामद ड्रग्स को नष्ट किया गया।
झारखंड पुलिस और नारकोटिक्स विभाग का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। समाज में जागरूकता और सख्त कार्रवाई ही नशे के जाल को तोड़ सकती है।








