
चालक दल भारतीय समकक्ष के साथ विभिन्न गतिविधियों में लेगा भाग
चेन्नई, 7 जुलाई । जापान का तटरक्षक जहाज “इत्सुकुशिमा” सोमवार को चेन्नई पहुंचा है। इसका उद्देश्य भारत और जापान के बीच समुद्री संबंधों को मजबूत करना है। इस जहाज का चालक दल भारतीय तटरक्षक बल के साथ संयुक्त अभ्यास में भाग लेगा। यह अभ्यास दोनों तटरक्षक बलों के बीच संबंधों और आपसी समझ को और मजबूत करने, संचार में अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाने, मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को मजबूत करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने पर केंद्रित है।
जापान का यह तटरक्षक जहाज भारत और जापान के बीच समुद्री संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से एक सद्भावना यात्रा के तहत चेन्नई बंदरगाह पर पहुंचा है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत राजनयिक और रणनीतिक संबंधों को दर्शाती है। अपने प्रवास के दौरान, इत्सुकुशिमा के चालक दल अपने भारतीय समकक्षों के साथ विभिन्न पेशेवर आदान-प्रदान में शामिल होंगे, जिसमें प्रशिक्षण सत्र, खेल आयोजन और सांस्कृतिक बातचीत भी शामिल है।
यह भारत और जापान के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें समुद्री प्रशिक्षण और स्मार्ट द्वीपों के विकास जैसे प्रमुख विषय शामिल हैं। इससे जापान तटरक्षक और भारतीय तटरक्षक के बीच सहयोग बढ़ने की उम्मीद है, विशेषकर समुद्री सुरक्षा, खोज और बचाव कार्यों के साथ ही पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में भी।
चेन्नई में जापानी तट रक्षक जहाज के आगमन से दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी तथा एक मुक्त और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने की उनकी साझा प्रतिबद्धता को और भी प्रबल करता है। इस यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने तथा जापान और भारत की समुद्री सेनाओं के बीच अधिक समझ को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
जापानी तट रक्षक जहाज “इत्सुकुशिमा” कुछ दिनों के लिए चेन्नई में रहेगा, इस दौरान चालक दल विभिन्न अभ्यासों, कार्यक्रमों और गतिविधियों में भाग लेगा। इस यात्रा से जापान और भारत के बीच समुद्री संबंध और मजबूत होंगे, साथ ही भारत-प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा में योगदान भी मिलेगा।