जम्मू, 15 नवंबर । जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को एक बस फिसलकर गहरी खाई में गिर गई, इससे कम से कम 36 यात्रियों की मौत हो गई और अन्य 19 घायल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।

पुलिस ने बताया कि डोडा के अस्सार इलाके में यात्री बस के 300 फुट गहरी खाई में गिरने से कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई और अन्य 19 यात्री घायल हो गए। उन्होंने कहा, “बटोटे-किश्तवाड़ रोड पर त्रुंगल-अस्सार के पास बस सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गई थी।”

पुलिस ने बताया कि बस के गहरी खाई में गिरने की सूचना मिलने के बाद तत्काल बचाव दल मौके पर पहुंचा और बचाव अभियान शुरू किया।

उन्होंने कहा, “दुखद घटना में 36 यात्रियों की मौत हो गई है, जबकि 19 घायल हो गए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। गंभीर रूप से घायल लोगों को इलाज के लिए हवाई मार्ग से जम्मू ले जाया गया है।”

मोदी ने कहा, “जम्मू-कश्मीर के डोडा में बस दुर्घटना दुखद है। उन परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।’

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये सहायता के रूप में दिये जायेंगे। ”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया।

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “दुर्घटना स्थल से डीसी डोडा हरविंदर सिंह से जानकारी साझा करते हुए दुख हो रहा है। घायलों को आवश्यकता के अनुसार जीएमसी डोडा और जीएमसी जम्मू में स्थानांतरित किया जा रहा है। हरसंभव मदद की जा रही है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना।”

उपराज्यपाल सिन्हा ने राजभवन द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में आज डोडा के अस्सार में एक दुखद बस दुर्घटना में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

उपराज्यपाल ने कहा, “अस्सार, डोडा में एक दुखद बस दुर्घटना में लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं और दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रभावित व्यक्तियों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए मंडलायुक्त और जिला प्रशासन को निर्देश दिया।”