
पुंछ, 21 मई । जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को पुंछ में पाकिस्तान सीमा पर हाल ही में हुई गोलाबारी से प्रभावित पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पुनर्वास उपायों में सीमा पार से गोलीबारी में जान गंवाने वालों के परिजनों को कम से कम एक सरकारी नौकरी दी जाएगी। उपराज्यपाल ने चेतावनी दी कि भारत युद्ध का समर्थक नहीं है, लेकिन अगर फिर से उकसाया गया तो प्रतिक्रिया और भी निर्णायक होगी।
उपराज्यपाल सिन्हा ने पीड़ितों के परिवारों को आश्वासन दिया कि केंद्र और जम्मू-कश्मीर दोनों सरकारों के सहयोग से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के प्रयास चल रहे हैं। पाकिस्तान की गोलाबारी में कई लोग घायल हुए हैं और जम्मू-कश्मीर ने उनके तत्काल इलाज की व्यवस्था की है। जानमाल के नुकसान की भरपाई के प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार लोगों का पुनर्वास कर रही है। बाद में सिन्हा ने पत्रकारों से कहा कि बड़ी संख्या में व्यक्तिगत और सामुदायिक बंकर बनाए जाएंगे और पुंछ अस्पताल को किसी भी तरह की आपात स्थिति के लिए तैयार रखा जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि घायल व्यक्तियों को समय पर उपचार मिल रहा है और वह ठीक हो रहे हैं। कई घर और व्यवसाय नष्ट हो गए हैं। प्रशासन सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए एक व्यापक पुनर्वास योजना तैयार करेगा। सिन्हा ने भारतीय सेना की त्वरित और रणनीतिक प्रतिक्रिया की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना का भारतीय सेना ने दृढ़ और रणनीतिक जवाब दिया है। पाकिस्तान ने घबराहट में जवाब दिया, क्योंकि उन्हें एहसास हुआ कि उनका कोई भी सैन्य प्रतिष्ठान भारतीय सेना की पहुंच से परे नहीं है।
इससे पहले उपराज्यपाल सिन्हा ने पुंछ ब्रिगेड मुख्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने क्षेत्र में तैनात भारतीय सेना के जवानों और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों से मुलाकात की। अपने दौरे के दौरान उपराज्यपाल सिन्हा ने बलों को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया जानती है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था और तीन दिनों के भीतर दुश्मन घुटनों के बल पर आ गया और दुनिया की ओर हाथ बढ़ाने लगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश को आपकी बहादुरी और पराक्रम पर गर्व है।——————————