श्रीनगर, 04 जून। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को संसदीय चुनावों के लिए चल रही मतगणना के बीच में ही पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने अपने-अपने लोकसभा क्षेत्रों में अपनी हार स्वीकार कर ली।

नेशनल कॉन्फ्रेंस  के उमर अब्दुल्ला निर्दलीय अब्दुल राशिद शेख से दोपहर डेढ़ बजे तक 1.30 लाख से अधिक वोटों के अंतर से पीछे चल रहे थे। राशिद शेख टेरर फंडिग के मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था।

भारत चुनाव आयोग के अनुसार इंजीनियर राशिद को 3,01,369 वोट मिले है जबकि  उमर 1,63,757 के साथ दूसरे स्थान पर थे। पीपल कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन 1,01,990 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

उमर ने सोशल मीडिया पर अपनी हार स्वीकार की।

उमर ने एक्स पर पोस्ट किया ‘मुझे लगता है कि यह हार को स्वीकार करने का समय है। उत्तरी कश्मीर में जीत के लिए इंजीनियर रशीद को बधाई। मुझे विश्वास नहीं है कि उनकी जीत से उनकी जेल से रिहाई में तेजी आएगी और न ही उत्तरी कश्मीर के लोगों को वह प्रतिनिधित्व मिलेगा जिसका उन्हें अधिकार है, लेकिन मतदाताओं का यह फैसला है और लोकतंत्र में यही सब मायने रखता है।’

इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक्स पर पोस्ट किया ‘जनता के फैसले का सम्मान करते हुए मैं अपने पीडीपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को तमाम बाधाओं के बावजूद उनकी कड़ी मेहनत और समर्थन के लिए धन्यवाद देती हूं। जिन लोगों ने मुझे वोट दिया उनके प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता। जीतना और हारना खेल का हिस्सा है और यह हमें अपने रास्ते से नहीं डिगाएगा। मियां साहब को उनकी जीत के लिए बधाई।’