
कुलपति भास्कर गुप्ता अस्पताल में भर्ती
कोलकाता, 05 मार्च। जादवपुर विश्वविद्यालय में जारी छात्र आंदोलन के बीच कुलपति भास्कर गुप्ता की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। कुलपति को तेज रक्तचाप की समस्या के चलते बुधवार सुबह कोलकाता के बाइपास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उनका रक्तचाप लगातार 170/90 के आसपास बना हुआ है और मस्तिष्क में रक्तस्राव की आशंका जताई गई है।
कुलपति के परिवार ने बताया कि भास्कर गुप्ता बीते शनिवार से ही अस्वस्थ महसूस कर रहे थे। डॉक्टर अरिंदम विश्वास ने जानकारी दी कि दवाओं से भी उनका रक्तचाप नियंत्रित नहीं हो रहा था। चूंकि कुछ वर्ष पहले कुलपति को सेरेब्रल अटैक आ चुका है, इसलिए एहतियातन उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस बीच विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों का आंदोलन लगातार तेज हो रहा है। आंदोलनकारी छात्रों ने कुलपति को बुधवार शाम चार बजे तक का वक्त दिया था, ताकि वे आकर उनके साथ बातचीत करें। छात्रों ने चेतावनी दी थी कि तय समय सीमा में बातचीत न होने पर आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।
हालांकि कुलपति ने स्पष्ट कर दिया कि खराब स्वास्थ्य के चलते वे विश्वविद्यालय नहीं आ पाएंगे। भास्कर गुप्ता ने कहा कि मेरी तबीयत इस समय ठीक नहीं है। डॉक्टरों ने मुझे पूर्ण आराम करने की सलाह दी है। जैसे ही स्वास्थ्य ठीक होगा और डॉक्टर अनुमति देंगे, मैं फिर से विश्वविद्यालय जाऊंगा।
इससे पूर्व कुलपति ने छात्रों के इस अल्टीमेटम के जवाब में कहा था कि उनके पास मंगलवार रात तक किसी छात्र की ओर से संवाद के लिए कोई औपचारिक अनुरोध नहीं आया। उन्होंने बताया कि सोमवार को सिर्फ एक ईमेल मिला था, जिसकी भाषा को उन्होंने ‘छात्रसुलभ’ नहीं माना। कुलपति ने कहा, “मैं हमेशा छात्रों से बातचीत के लिए तैयार हूं, लेकिन शिष्ट व्यवहार आवश्यक है। जब मैं अस्पताल में घायल छात्रों से मिलने गया था, तब मेरे साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, उसका जिक्र किसी ने नहीं किया। बातचीत के लिए माहौल छात्रों को ही बनाना होगा।”
इस पर एसएफआई नेता शुभदीप बंद्योपाध्याय ने पलटवार करते हुए कहा, “अगर हमारे व्यवहार को छात्रसुलभ नहीं कहा जा सकता, तो कुलपति का रवैया भी कुलपति जैसा नहीं है। वे यदि उपयुक्त व्यवहार करेंगे, तो हम भी वैसा ही करेंगे।” छात्रों का दावा है कि कई बार ईमेल और फोन के जरिए संपर्क की कोशिशें की गईं, लेकिन कुलपति ने कोई जवाब नहीं दिया।
छात्रों ने सोमवार और मंगलवार को हुई जनरल बॉडी बैठक के बाद कुलपति के समक्ष कई मांगें रखी हैं। इनमें घायल छात्रों के इलाज का पूरा खर्च विश्वविद्यालय द्वारा उठाना, जिन छात्रों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज हुई है, उसे सरकार से बात कर वापस लेना, और घटना के लिए राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज करने की व्यवस्था करना शामिल है।
बीते शनिवार को जादवपुर विश्वविद्यालय में शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान बवाल हो गया था। आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान मंत्री घायल हो गए, जबकि दो छात्र भी गंभीर रूप से जख्मी हुए। इनमें से एक छात्र को मंत्री के काफिले की गाड़ी ने कुचल दिया, जबकि दूसरे छात्र के पैर पर गाड़ी का पहिया चढ़ गया।
इस घटना के बाद से ही विश्वविद्यालय में तनाव बरकरार है। छात्रों के विरोध के बीच कुलपति भास्कर गुप्ता शनिवार रात घायल छात्रों से मिलने अस्पताल पहुंचे थे, जहां छात्रों ने उनके खिलाफ भी प्रदर्शन किया और आरोप है कि उनके कुर्ते को फाड़ दिया गया। इसके बाद से कुलपति की तबीयत बिगड़ गई है और वे फिलहाल घर पर आराम कर रहे हैं।