नई दिल्ली, 20 अगस्त। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को स्पेस टेक्नोलॉजी के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) मॉडल करिकुलम लांच किया गया।
एआईसीटीई ने इसरो, इंडियन स्पेस एसोसिएशन (आईएसपीए) और इनस्पेस के सहयोग से “क्रिएटिंग ए स्पेस ईकोसिस्टम: ए न्यू एरा- इग्नाइटिंग यंग माइंड्स फॉर स्पेस एक्सप्लोरेशन” शीर्षक से आज एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें स्पेस टेक्नोलॉजी के लिए एआईसीटीई मॉडल करिकुलम लांच किया गया। इसके साथ ही डॉ. एस. सोमनाथ और डॉ. एस. उन्नीकृष्णन नायर द्वारा सह-लिखित पुस्तक ‘इंट्रोडक्शन टू फाइनाइट एलिमेंट एनालिसिस’ का विमोचन किया गया। अंतरिक्ष उद्योग में उच्च शिक्षा को और बढ़ावा देने के लिए एआईसीटीई और आईएसपीए के बीच एक समझौता ज्ञापन का भी आदान-प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में अंतरिक्ष विभाग के सचिव, अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष और इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अन्य विशिष्ट अतिथियों में यूरोपीय संघ के राजदूत हर्वे डेल्फिन, आईएसपीए के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. भट्ट (सेवानिवृत्त), एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम, विदेश मंत्रालय में न्यू एंड इमर्जिंग एंड स्ट्रैटजिक टेक्नोलोजीस के संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी, विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक एस. उन्नीकृष्णन नायर, इसरो के पूर्व अध्यक्ष ए.एस. किरण कुमार, आईएसपीए के निदेशक विंग कमांडर सत्यम कुशवाहा (सेवानिवृत्त) और एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार शामिल रहे।