यरुशलम, 7 मई। इजराइली सेना रफाह पर आने वाले समय में संगठित तरीके से बड़ा हमला कर सकती है, इसी के मद्देनजर रफाह में शरण लिए फलस्तीनियों से ठिकाना छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा है। काहिरा में हमास के साथ युद्धविराम के लिए वार्ता विफल होने के बाद इजराइल ने रफाह में जल्द जमीनी सैन्य कार्रवाई के संकेत दिए हैं। वहीं इजराइल ने रफाह पर सोमवार को हवाई हमले किए।
इन हमलों में 20 लोग मारे गए और कई के घायल हुए हैं। हमास ने कहा है कि रफाह पर इजराइल की कार्रवाई का विपरीत असर भविष्य में गाजा में युद्धविराम के लिए होने वाली वार्ता पर पड़ेगा। वैसे हमास फलस्तीनियों की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है। गाजा के दक्षिणी शहर रफाह में इस समय लगभग 14 लाख बेघर लोग शरण लिए हुए हैं।
इजराइल का कहना है कि इनके बीच बड़ी संख्या में हमास के लड़ाके भी छिपे हुए हैं। रविवार को केरेम शेलोम क्रॉसिंग पर रफाह से किए गए रॉकेट हमले से साबित हो गया कि रफाह में हमास लड़ाके मौजूद हैं। इस हमले में चार इजराइली सैनिक मारे गए थे। इजराइल के अनुसार हमास लड़ाकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए रफाह से आमजनों को हटाया जाना जरूरी है। लेकिन आमजनों के स्थानांतरण के दौरान ही इजराइली सेना और हमास के बीच टकराव शुरू होने की आशंका है, जिसमें भारी खूनखराबा हो सकता है।
मिस्त्र ने इजरायल से गाजा में अत्यधिक संयम बरतने की अपील की है। रफाह में जमीनी कार्रवाई को लेकर अमेरिका और इजरायल में भी गहरे मतभेद हैं। सोमवार को एक बार फिर राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से टेलीफोन पर बात की। इस वार्ता में बाइडन ने रफाह पर कार्रवाई न करने के लिए कहा है।