तेहरान, 20 मई। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (63) का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में इंतकाल हो गया। ईरान स्टेट की संवाद समिति ‘इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज एजेंसी (आईआरएनए) ने अपनी रिपोर्ट में दुर्घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों के हवाले से इसकी घोषणा की है। हालांकि ईरान की सरकार ने अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है। उम्मीद है जल्द ही सरकार आधिकारिक घोषणा करेगी।

मिल गया मलबा

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का मलबा अजरबैजान की पहाड़ियों पर मिल गया है। हेलिकॉप्टर में राष्ट्रपति के साथ ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन समेत नौ लोग सवार थे। इरान के प्रमुख समाचार पत्र तेहरान टाइम्स और इरान इंटरनेशनल (अंग्रेजी संस्करण) की रिपोर्ट में हेलिकॉप्टर का मलबा मिलने की पुष्टि हुई है।

बांध का उद्घाटन कर लौट रहे थे स्वदेश

इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज एजेंसी के अनुसार, रईसी 19 मई की सुबह अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने गए थे। लौटते वक्त अजरबैजान की सीमा के करीब ईरान के वरजेघन शहर में यह हादसा हुआ। अधिकारियों का कहना है कि ईरानी राष्ट्रपति रईसी अमेरिका में बने बेल 212 हेलिकॉप्टर पर सवार थे।

दो ब्लेड वाला यह एयरक्राफ्ट मीडियम साइज का हेलिकॉप्टर है। इसमें पायलट सहित 15 लोग बैठ सकते हैं। इसमें राष्ट्रपति रईसी, विदेश मंत्री होसैन के अलावा हेलिकॉप्टर में पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मलिक रहमती, तबरीज के इमाम मोहम्मद अली अलेहाशेम, एक पायलट, को-पायलट, क्रू चीफ, हेड ऑफ सिक्योरिटी और बॉडीगार्ड सवार थे। उनका हेलिकॉप्टर रविवार शाम 7ः30 बजे अजरबैजान के पास लापता हो गया था।

आग का गोला बन गया हेलिकॉप्टर

ईरान के रेड क्रिसेंट प्रमुख पीर-हुसैन कोलीवंड ने सरकारी टेलीविजन को बताया कि अब तक दुर्घटनास्थल पर “जीवन का कोई संकेत नहीं” मिला है। बचाव इकाइयां दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। मलबा मिल गया है। एक अन्य अधिकारी ने बताया है कि दुर्घटना में ईरानी राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर पूरी तरह जल गया है। इस हेलिकॉप्टर में सवार किसी भी व्यक्ति के जीवित होने की संभावना क्षीण हो गई है। दुर्घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय अधिकारियों ने रायसी और उनके साथ सवार लोगों के शहीद होने की पुष्टि की है। ईरान सरकार जल्द ही आधिकारिक बयान जारी करेगी।

जानिए इब्राहिम रईसी के बारे में

रईसी का जन्म 1960 में उत्तर पूर्वी ईरान के पवित्र शहर मशहद में हुआ था। रईसी के पिता मौलवी थे। रईसी जब पांच साल के थे, तभी उनके पिता का निधन हो गया था। वह धार्मिक स्कॉलर और वकील भी रहे। इब्राहिम रईसी ने जब जून 2021 में ईरान की सत्ता संभाली तब उनके सामने घरेलू स्तर पर कई चुनौतियां थीं। उन्हें 20 साल की उम्र में ही तेहरान के करीब स्थित कराज का महा अभियोजक नियुक्त किया गया था। 1989 से 1994 के बीच रईसी तेहरान के महा अभियोजक रहे और इसके बाद 2004 से अगले एक दशक तक न्यायिक प्राधिकरण के उप प्रमुख रहे। वर्ष 2014 में वो ईरान के महाभियोजक बनाए गए।