तेल अवीव, 28 अक्तूबर। इज़रायल ने आरोप लगाया कि यमन के हूदी आतंकवादियों ने इज़रायल को निशाना बना कर बीती रात एक क्रूज़ मिसाइल दागी जो मिस्र की सीमा में गिरी और इससे मिस्र के छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
इज़रायल सरकार ने शनिवार को यहां एक बयान में कहा कि ईरान की नीतियों द्वारा निर्देशित एवं उसके छद्म लड़ाकों द्वारा किये गये हमले की जिम्मेदारी ईरान की है और इज़रायल अपनी सुरक्षा के लिए हर संभव उपाय करेगा।
बयान में कहा गया, “पिछली रात, 27 अक्टूबर को, यमन स्थित ईरानी प्रॉक्सी आतंकवादी संगठन हूदी द्वारा इज़राइल की ओर एक क्रूज़ मिसाइल दागी गई थी। मिसाइल इज़रायल की सीमा के पास मिस्र में ताबा पर गिरी और इसके परिणामस्वरूप मिस्र के 6 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।”
बयान में कहा गया है यह दूसरी बार है जब हौथिस ने इज़रायल के खिलाफ मिसाइलें दागी हैं। पिछली बार उन्हें एक अमेरिकी युद्धपोत ने निष्क्रिय कर दिया था।
इज़रायल ने कहा कि हूदी ईरानी सत्ता द्वारा प्रतिपादित नीति को लागू करते हैं, जिसका उद्देश्य इज़रायल और ईरान के बीच युद्ध भड़काना है।
बयान में इज़रायल ने अपनी रक्षा के लिए हर संभव उपाय करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते यह भी कहा अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ईरान को यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि यदि इज़रायल और हूदी आतंकवादियों के बीच संघर्ष छिड़ता है तो उस संघर्ष की जिम्मेदारी ईरान की होगी।
बयान में इज़रायल ने उसे नुकसान पहुंचाने के इरादे से हूदी आतंकवादियों द्वारा दागी गई मिसाइलों और ड्रोनों से मिस्र के सुरक्षा बलों को हुए नुकसान की निंदा भी की है।