
नई दिल्ली, 15 मई । इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2025) के अंतिम चरण से पहले बड़ा बदलाव किया गया है। बीसीसीआई ने घोषणा की है कि टीमें अब विदेशी खिलाड़ियों की अनुपलब्धता की स्थिति में अस्थायी स्थानापन्न खिलाड़ी को शामिल कर सकती हैं। यह निर्णय उन खिलाड़ियों की अनुपस्थिति को देखते हुए लिया गया है जो या तो राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं, निजी कारणों या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पा रहे हैं।
आईपीएल फ्रेंचाइजियों को भेजे गए आधिकारिक नोट में कहा गया है,”जो खिलाड़ी इस समय से लिए जा रहे हैं, वे अगले वर्ष रिटेन नहीं किए जा सकेंगे। उन्हें आईपीएल 2026 की नीलामी के लिए फिर से पंजीकरण कराना होगा।”
12वें मैच के बाद अस्थायी खिलाड़ी नहीं जोड़ने का नियम हुआ खत्म
सीजन की शुरुआत में जारी नियम पुस्तिका के अनुसार, कोई भी टीम अपने 12वें लीग मैच के बाद अस्थायी खिलाड़ी नहीं जोड़ सकती थी। लेकिन भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते टूर्नामेंट को 8 मई से निलंबित करना पड़ा, जिससे यह अपवाद स्थिति बन गई। इस अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए, आईपीएल अधिकारियों ने नियमों में संशोधन कर दिया है।
कई विदेशी खिलाड़ी लौटे, कुछ नहीं होंगे वापस
धर्मशाला में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबले के अगले दिन जब सुरक्षा कारणों से स्टेडियम खाली कराया गया और टूर्नामेंट को रोका गया, तब से अधिकांश विदेशी खिलाड़ी अपने देशों को लौट चुके थे।
हालांकि, आईपीएल के दोबारा शुरू होने पर अधिकांश विदेशी खिलाड़ी वापसी करेंगे, लेकिन जो खिलाड़ी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का हिस्सा हैं या जिनके परिवार उन्हें भारत लौटने की अनुमति नहीं दे रहे, वे वापस नहीं आएंगे। इससे किसी भी टीम को नुकसान न हो, इसीलिए यह अस्थायी विकल्प का रास्ता खुला गया है।
दिल्ली कैपिटल्स का उदाहरण
इस नए नियम का पहला उदाहरण दिल्ली कैपिटल्स की टीम में देखने को मिला है, जहां मुस्ताफिजुर रहमान को जेक फ्रेजर-मैकगर्क के स्थान पर टीम में शामिल किया गया है। इसका मतलब यह है कि रहमान को अगली सीजन के लिए रिटेन नहीं किया जा सकेगा, लेकिन मैकगर्क को टीम में बनाए रखा जा सकता है।
आईपीएल 2025 में नियमों में किया गया यह बदलाव संकट की स्थिति में लीग की लचीलापन और निष्पक्षता बनाए रखने का एक प्रयास है, जिससे हर टीम को बराबरी का मौका मिल सके।