देहरादून, 16 नवंबर। उत्तराखंड के पर्यटन मानचित्र में तेजी से उभरती टिहरी झील अब एडवेंचर टूरिज्म के शौकीनों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसे देखते हुए धामी सरकार टिहरी झील में 24 से 28 नवंबर तक अंतरराष्ट्रीय टिहरी एक्रो फेस्टिवल 2023 का आयोजन कर रही है।
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने गुरुवार को बताया कि टिहरी झील में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का आयोजित इस महोत्सव में देश-विदेश से खिलाड़ी भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि आयोजन के दौरान यूफोरिया, पांडवास जैसे नामी बैंड शाम के समय अपनी प्रस्तुति देंगे। भारत समेत सऊदी अरब, ग्रीस, चेक गणराज्य, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, लेबनान, तुर्की, स्पेन, बुल्गारिया, स्विट्जरलैंड, ईरान, रूस, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, जापान, थाईलैंड, वियतनाम, मंगोलिया, ताइवान, अमेरिका, कोलंबिया, फ्रांस, श्रीलंका और नेपाल के खिलाड़ी अपनी उपस्थिति से टेहरी एक्रो महोत्सव की शोभा बढ़ाएंगे।
इसमें कई हवाई कलाबाजी कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इससे आसमान में रोमांचित करने वाला नजारा नजर आएगा। यह आयोजन टिहरी में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों की शुरुआत का प्रतीक होगा।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में साहसिक खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में टिहरी झील में आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय एक्रो फेस्टिवल इस दिशा में नए आयाम स्थापित करेगा। टिहरी एक्रो फेस्टिवल-2023, 24 नवंबर से शुरू होकर 28 नवंबर को समाप्त होगा। इस रोमांचकारी इवेंट में प्रतिस्पर्धा करने के लिए 35 अंतर्राष्ट्रीय पायलट और 100 भारतीय पायलट भाग लेंगे। इस आयोजन में एक्रो फ्लाइंग, सिंक्रो फ्लाइंग, विंग सूट फ्लाइंग, डी-बैगिंग जैसे कई साहसिक कार्य देखने को मिलेंगे।
पर्यटन विभाग के सूत्रों ने बताया कि विभाग स्थानीय युवाओं के लिए ये कोर्स निःशुल्क आयोजित कर रहा है। 15 छात्रों का एक बैच पहले ही पी1, पी2 और पी3 प्रशिक्षण ले चुका है। पंद्रह छात्रों के दूसरे बैच का प्रशिक्षण टिहरी में चल रहा है। विभाग का लक्ष्य 2023 के अंत तक 100 से अधिक ऐसे पायलटों को प्रशिक्षित करने का है, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। विभाग को उम्मीद है कि इस आयोजन से टिहरी दुनिया के पैराग्लाइडिंग मानचित्र पर अपनी पहचान बना लेगा। इससे आने वाले समय में दुनिया भर से पैराग्लाइडर प्रशिक्षण और अभ्यास के लिए टिहरी आएंगे।