कठुआ, 11 जुलाई। कठुआ के बदनोता में आतंकी हमले में सेना के पांच जवानों के बलिदान होने के बाद पुलिस लाइन कठुआ में बीएसएफ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों सहित खुफिया एजेंसियों की एक उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय सुरक्षा समीक्षा बैठक हुई। बैठक में आतंकी हमलों को रोकने और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर मंथन किया गया। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा ग्रिड की समीक्षा करने और किसी भी खामियों को दूर करने के लिए बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।

बैठक में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन, पंजाब के डीजीपी गौरव यादव और बीएसएफ पश्चिमी कमान के विशेष महानिदेशक वाईबी खुरानिया, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जम्मू-कश्मीर विजय कुमार, एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) पंजाब अर्पित शुक्ला, पंजाब एवं जम्मू के महानिरीक्षक रैंक के बीएसएफ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे। एजेंसियां आपस में समन्वय मजबूत करने के लिए यह बैठक कर रही हैं।

अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादी कठुआ उधमपुर के बसंतगढ और डोडा जिले के भद्रवाह को जोड़ने वाले मछेडी के घने जंगलों तक पहुंचने में कामयाब रहे। आतंकवादियों ने अतीत में भी इस मार्ग का उपयोग किया था, जब दो दशक पहले क्षेत्र में आतंकवाद चरम पर था। इस क्षेत्र को आतंकवादियों से मुक्त कर दिया गया था, लेकिन फिर आतंकवादी गतिविधियां शुरू होने से गंभीर सुरक्षा चिंता पैदा हो गई हैं। गुरुवार को चौथे दिन भी आतंकवादियों की व्यापक तलाश में 50 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि कठुआ के साथ ही उधमपुर और डोडा जिले की सीमा से लगते जंगलों को भी खंगाला जा रहा है। सेना के वरिष्ठ अधिकारी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। सूत्रों के अनुसार उस ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक से भी पूछताछ की जा रही है जो हमले के वक्त सैन्य वाहन के ठीक आगे चल रहा था।