
कोलकाता, 19 फरवरी । बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत की 32वीं वाहिनी की सीमा चौकी बनपुर के सजग जवानों ने पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश की अंतराष्ट्रीय सीमा पर सोने की तस्करी की बड़ी घटना को विफल करते हुए एक भारतीय तस्कर को सोने की चार बार, पांच बिस्कुट व एक छोटे टुकड़े के साथ उस समय गिरफ्तार किया जब वह इस अवैध सोने को बांग्लादेश से भारत में तस्करी करने की कोशिश कर रहा था। जब्त किये गए सोने का कुल वजन लगभग 1,745 ग्राम व अनुमानित कीमत एक करोड़ 48 लाख 93 हजार 575 रुपये है।
बीएसएफ ने बुधवार को बताया कि कल दिनांक 18 फरवरी को बीएसएफ की 32वीं वाहिनी के जवानों को विश्वसनीय जानकारी मिली कि नदिया जिले के बनपुर गांव के तस्करों के एक गिरोह द्वारा बांग्लादेश से सोने की तस्करी की जा सकती है। इस सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 32वीं वाहिनी के जवानों की एक छोटी पार्टी ने बनपुर सीमा क्षेत्र में घात लगा कर तस्करों को पकड़ने की योजना बनाई और तारबंदी के पास छिपकर तस्करों का इंतजार किया। कुछ समय बाद जवानों ने एक संदिग्ध भारतीय तस्कर को सीमावर्ती गांव फूलबाड़ी (बनपुर) की तरफ से आते हुए देखा। संदिग्ध तस्कर ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पहुंच कर बांग्लादेश की तरफ से फेंके गए दो पैकेटों को उठा लिया।
जैसे ही संदिग्ध तस्कर पैकेटो को लेकर वापस लौटने लगा, जवानों ने उसे घेर लिया और रुकने के लिए कहा लेकिन खुद को बीएसएफ जवानों द्वारा घिरता देख तस्कर भागने की कोशिश करने लगा, इस दौरान जवानों ने तस्कर को रुकने की चेतावनी देते हुए सुरक्षित दिशा में पीएजी का एक राउंड चलाया, जिससे संदिग्ध तस्कर घबरा गया ओर बीएसएफ जवानों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया।
पकड़े गए तस्कर के पास से दो छोटे पैकेट बरामद हुए, जिनके अंदर से सोने की चार बार, पांच सोने के बिस्कुट व सोने का एक छोटा टुकड़ा मिला, जिनका कुल वजन लगभग 1745 ग्राम है। पकड़े गए तस्कर को जब्त किए गए सोने के साथ सम्बंधित विभाग को सौंप दिया गया है।
बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमान्त के जनसंपर्क अधिकारी एन.के. पांडे, डीआईजी ने बताया कि बीएसएफ तस्करी और अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए लगातार कड़े कदम उठा रही है। आगे उन्होंने जवानों की सराहना करते हुए कहा कि बीएसएफ की यह कार्रवाई सीमा सुरक्षा और तस्करी की रोकथाम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।