कैप्टन एमआर हरीश के नेतृत्व में जहाज पर तैनात हैं 280 कर्मी – यात्रा के दौरान दोनों नौसेनाओं के बीच होगी पेशेवर बातचीत
नई दिल्ली, 08 अगस्त। भारतीय नौसेना का अग्रणी युद्धपोत आईएनएस तबर चार दिनों की यात्रा पर लंदन बंदरगाह पर पहुंच गया। प्रवास के दौरान भारतीय नौसेना और रॉयल नेवी के बीच पेशेवर बातचीत की एक श्रृंखला की योजना बनाई गई है। कई तरह के हथियारों और सेंसर से लैस यह जहाज पश्चिमी नौसेना कमान के तहत मुंबई में स्थित भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े का हिस्सा है। इस जहाज की कमान कैप्टन एमआर हरीश के हाथों में है और इसमें करीब 280 कर्मी तैनात हैं।
भारतीय नौसेना और ब्रिटेन की रॉयल नेवी के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं, जो हाल के दशकों में लगातार विकसित हो रहे हैं। प्रत्येक पक्ष के जहाज नियमित रूप से एक-दूसरे के देशों की यात्रा करते रहे हैं और विभिन्न नौसेना अभ्यासों में भी एक साथ भाग लेते रहे हैं। दोनों नौसेनाएं कोंकण नामक द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास के लिए एक दीर्घकालिक साझेदारी भी साझा करती हैं, जो पिछले कई वर्षों से प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है।
लंदन बंदरगाह पर आईएनएस तबर के चार दिनों के प्रवास के दौरान भारतीय नौसेना और रॉयल नेवी के बीच पेशेवर बातचीत की एक श्रृंखला की योजना बनाई गई है। आईएनएस तबर का दल भारत की वसुधैव कुटुंबकम की विचारधारा पर प्रकाश डालते हुए वृद्धाश्रम में रॉयल आर्मी के सेवानिवृत्त पेंशन भोगियों को सामुदायिक सेवा भी प्रदान करेगा। ये संपर्क द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने का प्रयास करते हैं, विशेष रूप से दोनों देशों के बीच समुद्री क्षेत्र में और भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करने का अवसर भी प्रदान करते हैं।