
नई दिल्ली, 11 अप्रैल । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर अमेरिका के साथ बातचीत में भारत सरकार अपने देश तथा जनता के हितों की रक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में कोई भी कदम उठाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की सभी व्यापार वार्ताएं ‘भारत पहले’ के दृष्टिकोण के साथ अच्छी तरह से आगे बढ़ रही हैं, जिससे ‘विकसित भारत 2047’ का मार्ग सुनिश्चित होगा।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल आज नई दिल्ली में इटली-भारत व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी फोरम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते को शीघ्रता से पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है, जिससे दोनों पक्षों को आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप गलियारा (आईएमईसी) भारत तथा इटली को एक-दूसरे के और करीब आने का अवसर प्रदान करेगा। गोयल ने कहा कि भारत और इटली के बीच निर्बाध व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने की भी जरूरत है।
कार्यक्रम से इतर भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते की प्रगति के बारे में पूछे जाने पर पीयूष गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि भारत कभी भी किसी देश के साथ बंदूक के बल पर बातचीत नहीं करता। उनकी यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बुधवार को भारत सहित 75 देशों पर पारस्परिक टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगाने के बाद आई है।
दरअसल, इस साल फरवरी में भारत-अमेरिका ने व्यापार समझौते के पहले चरण पर काम करने पर सहमति जताई थी। दोनों देशों ने इस साल सितंबर-अक्टूबर तक इस समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा है। इस समझौते का मकसद 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान 191 अरब अमेरिकी डॉलर से दोगुना कर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।