नई दिल्ली, 24 जनवरी । भारत अमेरिका में नए ट्रम्प प्रशासन के साथ टैरिफ और वीजा संबंधी मुद्दे उठा रहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दोनों देशों के बीच इन मुद्दों के समाधान के लिए स्थापित तंत्र पहले से मौजूद है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में अमेरिका में नए विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ भी यही मुद्दे उठाये हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में बताया कि हमने लगातार अमेरिका के साथ वीजा जारी करने में हो रही देरी का मुद्दा लगातार उठाया है। आसानी से वीजा सुविधा उपलब्ध होने पर देशों के बीच लोगों से लोगों और आर्थिक संबंध मजबूत होते हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ भारत के संबंध मजबूत और बहुमुखी हैं और दोनों देशों के बीच विशेष आर्थिक संबंध हैं। टैरिफ जैसे विषयों का समाधान करने के लिए दोनों देशों के बीच में एक स्थापित तंत्र है। भारत का मानना है कि सकारात्मक तौर पर विषयों पर चर्चा की जानी चाहिए ताकि दोनों देशों के हितों की रक्षा हो। भारत लगातार अमेरिका के नए प्रशासन के साथ करीबी संवाद बनाए हुए है।
ब्रिटेन में भारतीय फिल्म ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग को अवरुद्ध किए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ब्रिटेन सरकार के साथ मुद्दा लगातार उठाया जा रहा है। इसके अलावा भारत विरोधी तत्वों की ओर से हिंसक प्रदर्शन के भी मुद्दे लगातार भारत उठा रहा है। हमारा मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को एक पक्ष से जोड़ा जाना सही नहीं है। गतिरोध पैदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हम आशा करते हैं कि ब्रिटेन पक्ष इस पर जिम्मेदारी के साथ कार्रवाई करेगा। हमारा लंदन से उच्चायोग भारतीय समुदाय और सदस्यों की सुरक्षा और लाभ के लिए लगातार संवाद बनाए हुए है।