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नई दिल्ली, 12 फ़रवरी । भारत और फ्रांस एआई, रक्षा, स्पेस, सिविल-न्यूक्लीयर पॉवर और अन्य क्षेत्रों पर सहयोग पर सहमत हुए हैं। भारत और फ्रांस 2026 में आगामी भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष के मद्देनजर उभरती हुई कृत्रिम मेधा तकनीक के विकास में शामिल होकर सुनिश्चित करेंगे कि इसका अर्थव्यवस्थाओं और समाजों पर सकारात्मक प्रभाव पड़े।
दोनों देशों ने कृत्रिम मेधा पर एक अलग घोषणा को अपनाया है। यह दोनों देशों के लिए इस क्षेत्र में प्रमुख प्राथमिकताओं की पहचान करता है और सहयोग की संभावनाओं को तलाशता है। कल सीईओ के मंच पर दोनों नेताओं ने 2026 में इनोवेशन के भारत-फ्रांस वर्ष का लोगो भी शुरू किया। दोनों पक्ष छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों और उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टरों के सह-डिजाइनिंग, सह-विकास और सह-निर्माण में सहयोग करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैन्युल मैक्रों ने मार्सिले में भारत के महावाणिज्य दूतावास का आज संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा की समाप्ति पर आज पत्रकार वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैन्युल मैक्रों के बीच मार्सिले की हवाई यात्रा और बाद में रात्रि भोज के दौरान द्विपक्षीय चर्चा हुई। प्रधानमंत्री की वर्तमान यात्रा के दो घटक रहे। पेरिस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता और पेरिस तथा मार्सिले दोनों में द्विपक्षीय कार्यक्रम। इसमें दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस के सीईओएस फोरम को संबोधित किया। सीईओ फोरम की बैठक के बाद दोनों नेताओं ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति के विमान में मार्सिले के लिए एक साथ यात्रा की। यह दोनों देशों के बीच विशेष रिश्ते को दर्शाता है।
दोनों देशों की ओर से एक संयुक्त वक्तव्य भी जारी किया गया है। इसमें भारत और फ्रांस ने सीमा पार आतंक सहित आतंकवाद के रूप की निंदा करते हुए इससे वित्तीय मदद पहुंचाने वाले नेटवर्क और इसकी सुरक्षित पनाहगाह खत्म किए जाने की मांग की है।
प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस की सफल यात्रा के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि किसी भी देश को आतंकवादी कृत्यों को वित्त, योजना, समर्थन करने वालों को सुरक्षित आश्रय प्रदान नहीं करना चाहिए। नेताओं ने सभी आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का भी आह्वान किया। इसमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा सूचीबद्ध समूहों के साथ संबद्ध व्यक्ति शामिल हैं। दोनों नेताओं ने 2025 में मार्सिले में भूमध्यसागरीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए रायसीना संवाद के एक क्षेत्रीय संस्करण के लॉन्च का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने एक स्वतंत्र, खुले, समावेशी, सुरक्षित और शांतिपूर्ण इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए अपनी सामान्य प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैन्युल और प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-फ्रांस संबंधों में एक नए अध्याय को चिह्नित करते हुए आज मार्सिले में वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा कि भारत के साथ मार्सिले के लिंक अच्छी तरह से ज्ञात हैं। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान यह भारतीय सैनिकों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार था। इस शहर में वीर सावरकर के साथ भी एक करीबी लिंक है।