– संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफेंट’ के समापन समारोह में शामिल हुए रक्षा सचिव

नई दिल्ली, 13 जून । भारत और मंगोलिया ने द्विपक्षीय बैठक में रक्षा सहयोग और मजबूत करने के उद्देश्य से कई मुद्दों पर चर्चा की है। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और मंगोलियाई रक्षा मंत्रालय के राज्य सचिव ब्रिगेडियर जनरल गंखुयाग देवदोरज के साथ उलानबटार में हुई द्विपक्षीय बैठक में नए और उभरते प्रौद्योगिकी डोमेन पर विशेष ध्यान दिया गया।

भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास नोमैडिक एलीफेंट का 17वां संस्करण शुक्रवार को मंगोलिया के उलानबटार में संपन्न हुआ। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह के साथ ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स और स्ट्रैटेजिक मूवमेंट के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह ने समापन समारोह में भाग लिया। दो सप्ताह तक चले अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी सक्रिय रूप से शामिल हुई, जिसमें मुख्य रूप से अरुणाचल स्काउट्स की एक बटालियन के 45 कर्मियों ने भाग लिया। संयुक्त प्रशिक्षण का फोकस संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत अर्ध-शहरी और पहाड़ी इलाकों में अर्ध-पारंपरिक परिदृश्यों में एक संयुक्त टास्क फोर्स के रूप में काम करते हुए भारतीय सेना और मंगोलियाई सशस्त्र बलों के बीच अंतर-संचालन को बढ़ाना था।

समापन समारोह में रक्षा सचिव ने नोमैडिक एलीफेंट अभ्यास के दौरान भारतीय सैनिकों की व्यावसायिकता, समर्पण और आचरण की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास भारत और मंगोलिया के बीच दोस्ती, आपसी विश्वास और साझा सांस्कृतिक संबंधों के स्थायी बंधन का प्रमाण है। इसने सार्थक सैन्य सहयोग के लिए एक मंच के रूप में काम किया और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की संयुक्त पहलों में भारतीय सेना का योगदान न केवल परिचालन तत्परता को बढ़ाता है, बल्कि वैश्विक शांति प्रयासों में एक जिम्मेदार हितधारक के रूप में भारत की भूमिका को भी मजबूत करता है।

रक्षा सचिव शनिवार को इसी स्थान पर बहुराष्ट्रीय संयुक्त सैन्य अभ्यास खान क्वेस्ट 2025 के उद्घाटन समारोह में भी भाग लेंगे, जिसमें भारतीय सेना की टुकड़ी भी भाग ले रही है। अभ्यास खान क्वेस्ट 14 से 28 जून तक आयोजित किया जाएगा। दोनों सेनाओं के बीच अभ्यास नोमैडिक एलीफेंट और खान क्वेस्ट का आयोजन भारत की बढ़ती रक्षा कूटनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और मंगोलिया के साथ इसकी साझेदारी के रणनीतिक महत्व को रेखांकित करता है।————————–