
बोकारो, 6 सितम्बर। झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान ने शुक्रवार को बोकारो में नवनिर्मित श्रम न्यायालय भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उच्च न्यायालय के जस्टिस आनंदा सेन, जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा, उपायुक्त अजय नाथ झा तथा पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह भी मौजूद रहे।
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान बोकारो न्याय सदन में रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य न्यायाधीश समेत दोनों हाई कोर्ट के जजों ने रक्तदान कर समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का परिचय दिया।
इसके अलावा मुख्य न्यायाधीश ने बोकारो बार एसोसिएशन द्वारा स्थापित ई-लाइब्रेरी का भी शुभारंभ किया और अधिवक्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में पर्यावरण संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि अब अदालत में पेपर के दोनों तरफ टाइप किया जाएगा। इसका उद्देश्य कागज की बचत कर पेड़ और पर्यावरण को संरक्षित करना है। उन्होंने कहा, “हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम पेड़ बचाएं और धरती को बचाएं।”
मुख्य न्यायाधीश चौहान ने न्यायिक प्रक्रिया पर भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि न्यायपालिका में केस का निपटारा (डिस्पोजल) और न्याय करना (जस्टिस) दोनों अलग बातें हैं। असली मकसद न्याय करना है, और यही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।





